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शिक्षा सचिव के आदेश की कई जिले कर रहे है अवहेलना,बेरोजगार युवा हो रहे है परेशान

देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग की स्थिति भी अजग – गजब की है। जी हां ये हम इसलिए कह रहे हैै,क्योंकि शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के द्धारा एक आदेश जारी किया गया था,जिसमें सभी जिला को 20 नवम्बर तक अपने जिले में हर हाल में प्राथमिक विद्यालयों में खाली शिक्षकों के पदों को भरने के लिए विज्ञप्ती जारी करने के निर्देश दिए गए थे,लेकिन हैरानी की बात ये है कि शिक्षा सचिव के आदेश का पालन अभी तक कई जिलों के द्धारा नहीं किया गया है। कई जिलों में जहां  प्राथमिक विद्यालयों में खाली पदों पर विज्ञप्ती जारी कर दी गई है वहीं कई जिले ऐसे है जहां बेरोजगार युवा विज्ञप्ती जारी होने का इंतजार कर रहे है। शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों का कहना है कि मैदानी जिलों में तो प्राथमिक शिक्षकों के पद ही खाली नहीं है,ऐसे में जब पद खाली नहीं है तो विज्ञप्ती जारी कैसे होगी। मैदानी जिलों में प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली न होने से एक बात तो साफ होती है,कि सुमग – दुर्गम को जहां भेदभव पूरे विभाग में फैला हुआ है वह प्रथामिक विद्यालयों में कुछ ज्यादा ही है। यही वजह है कि मैदानी जिलों में पद ही प्राथमिक विद्यालयों में खाली नहीं है। ऐसे में देखना ये होगा कि आखिर मैदान के जो जिले विज्ञप्ती जारी करने के लिए बच्चे हुए है,वह कितनी जल्दी विज्ञप्ती जारी करते है, और जो नहीं कर पाएंगे क्या वह यही बात समाने रखेंगे कि उनके जिलों में पद खाली नहीं है। अब तक विज्ञप्ती जारी न करने वाले जिलों की बात करें तो देहरादून,हरिद्धार,पौडी,उद्यम सिंह नगर,नैनीताल,चम्पावत जिलों में विज्ञप्ती जारी नहीं हो पाई है।

7 जिलों में 1892 पदों के लगभग विज्ञप्ती जारी

जिन 7 जिलों ने प्राथमिक शिक्षकों के खाली पदों पर विज्ञप्ती जारी कर दी है,उनमे 1892  पदों पर विज्ञप्ती जारी हो चुकी है। वहीं अगर बचे हुए जिले भी खाली पदों पर  विज्ञप्ती जारी कर देते हैं तो ये आंकणा और भी ऊपर चले जाएगा। कई जिलों में भले ही डीएलएड और बीएड प्रशिक्षित विज्ञप्ती जारी करने का इंताजर कर रहे है। लेकिन खास बात ये है कि अगर किसी जिले में अगर विज्ञप्ती नहीं भी आती है तो डीएलएड और बीएड प्रशिक्षित युवा किसी भी जिले से आवेदन कर सकते है। क्योंकि हर जिले में अलग से मैरिट बननी है,और यही वजह है कि कई युवा एक नहीं हर जिले से आवेदन कर रहें हैं ताकि उनका नम्बर किसी न किसी जिले से आ जाएं। लेकिन इस प्रक्रिया से कई आवदेक ऐसे होंगे जिनका नम्बर हर जिले में आएंगा,लेकिन वह काॅसलिंग एक ही जगह कर पाएंगे,क्योंकि शिक्षा विभाग भले ही विज्ञप्ती हर जिले में अलग – अलग जारी करवा रहा हो,लेकिन काॅसलिंग एक ही दिन कराने पर विचार कर रहा है। ताकि मैरिट लिस्ट में कई जिलों में नाम आने पर आवेदक एक ही जिले में उपस्थित हो पाएंगा। 

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