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भाजपा कोर ग्रुप बैठक के फैसले की अनदेखी कर गए कई मंत्री,केवल दो मंत्रियों ने सुनी समस्याएं

देहरादून। 4 अक्टूबर को उत्तराखंड भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक में पार्टी ने बड़ा निर्णय लिया था,कि कैबिनेट बैठक के अगले दिन कैबिनेट मंत्री विधानसभा में बैठकर जनता की समस्याओं को सुनेंगे। लेकिन लगता है कि त्रिवेंद्र कैबिनेट के मंत्रियों को संगठन के निर्देश की कोई फ्रिक नहीे है,यहीं वजह है कि कल हुई कैबिनेट बैठक में जहां मंत्री पहुंचे तो थे,लेकिन आज विधानसभा में जनता की समस्या को सुनने के लिए मात्र दो मंत्री पहुंचे,कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय विधानसभा में आज बैठे और इस दौरान उन्होने जनता की समस्याओं को भी सुना। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और अरविंद पाण्डेय ने इस दौरान कहा है कि कोर ग्रुप की बैठक में जरूर ये तय हुआ था,कैबिनेट बैठक के अगले दिन मंत्री विधानसभा में बैठे,लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पहले से ही है कि बुधवार और गुरूवार को मंत्री विधानसभा में बैठेंगे। कोविड महामारी की वजह से जरूर मंत्री विधानसभा में नहीं बैठ रहे थे,लेकिन जो फैसला मुख्यमंत्री और संगठन का है उसको देखते हुए जनता की समस्याओं को हर स्तर पर समाधान किया जाएगा।

बड़ा सवाल क्यों विधान सभा बैठने के लिए मंत्रियों को दिलाना पड़ता है याद

त्रिवेंद्र कैबिनेट के मंत्रियों को बीच – बीच मे जगाना पड़ता है,कि वह जनता की समस्याओं को सुनने के लिए विधानसभा में बैठे या फिर प्रभारी जिलों में जाकर जनता की समस्या सुने,लेकिन ऐसा कम ही देखा गया हो जब मंत्रियों को निर्देश मिले हो और सारी मंत्रियों एक साथ उन निर्देशों का पालन किया हो,उदाहरण के लिए आज विधानसभा का दृश्य सामने है,जब मंत्री कल कैबिनेट बैठक में शामिल होने तो गए,लेकिन आज विधानसभा में बैठने से कदम अधिक मंत्रियों ने पीछे खींच लिए।

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