यूपी के कई जिलों में मौसम विभाग ने हीट वेव की दी चेतावनी, अब तक 70 लोगों की मौत
लखनऊ। पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, बुलंदशहर और मुरादाबाद में बिपरजॉव तूफान का असर नजर आया। यहां भीषण गर्मी के बीच हुई बारिश ने लोगों को राहत की सांस दी। वहीं पूर्वी यूपी के जिलों में मौसम विभाग ने हीट वेव की चेतावनी जारी की है। बलिया में गर्मी कहर बरपा रही है। अभीतक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 400 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं। अरब सागर में सक्रिय विपर्जय चक्रवात थोड़ा धीमा हुआ है। इसकी वजह से कानपुर में भी चक्रवाती हवा भी शनिवार को नहीं पहुंच सकी है। शहर में शनिवार को अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई है जबकि रात का तापमान कम रहने की वजह से सुबह लोगों के लिए सुहावनी बनी रही। रविवार की सुबह से हालांकि शहर में हवा की गति धीमी रही। इसके बावजूद रात का तापमान घटकर 27 डिग्री पर पहुंच जाने की वजह से सुबह सुहावनी महसूस हुई।
हवा की कम रफ्तार की वजह से विपर्जय चक्रवात से मौसम में हो रहा बदलाव भी धीमा हो गया। शनिवार को सुबह जैसे-जैसे सूरज चढ़ता गया, उसकी गर्मी भी बढ़ने लगी।दिन में अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है। एक दिन पहले का तापमान 41.4 रहा है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि चक्रवात हवाएं अब रविवार की दोपहर बाद से अपना असर दिखाएंगी। रविवार की सुबह भी तापमान अधिक रहने के आसार बने हुए हैं। सोमवार से मौसम में बड़ा बदलाव हो सकता है। मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा जनपद में 18 जून तक लू चलने की संभावना को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
वर्तमान में गर्म हवा तीव्रता से चल रही है। इससे अतिसंवदनशील समूहों जैसे बच्चों, वृद्धों, गर्भवती महिलाओं, दिव्यांगों एवं श्रमिकों को विशेष रूप से लू से बचाव सम्बंधी उपायों अथवा लू की स्थिति में क्या करें व क्या न करें के संबंध में लोगों को जागरूक करने की अपील की गई है। अपर जिलाधिकारी (वि / रा) देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा है कि जनपद में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला चिकित्सालयों में ओआरएस घोल, आवश्यक दवाएं, रोगियों के समुचित उपचार एवं कूल रूम की व्यवस्था किया जाना आवश्यक है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही की शिकायत मिलने पर संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। काशी और आसपास के जिलों में प्रचंड तापलहर का प्रकोप जारी है। इस बीच शनिवार को हवा की गति पिछले दिनों की अपेक्षा थोड़ी धीमी क्या हुई कि ताप का प्रचंड रूप धूप के रूप में दहक उठा।
पारा तो खैर 43 डिग्री सेल्सियस ही रहा लेकिन आंच 49 डिग्री सेल्सियस जैसी लग रही थी। विवशता में बाहर निकलने वाले लोगों को सिर से पांव तक ढक कर चलना पड़ रहा था। इधर अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही प्रचंड तापलहर का कहर शनिवार को भी जारी रहा। 24 घंटे पूर्व 31 किमी प्रति घंटा के वेग से चली हवा शनिवार को तीन से 13 किमी प्रति घंटा के बीच रही। हवा का वेग कम होते ही आंच का प्रभाव बढ़ गया। धरती से आसमान तक पूरा वातावरण दहक उठा। सड़कें सूनी पड़ गईं। मनुष्य ही नहीं, पशु-पक्षी भी छांव की तलाश कर जा छिपे। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अभी तापलहर का यह प्रभाव दो-तीन दिन और बना रहेगा। अगले सप्ताह के मध्य में ही दिख सकता कोई परिवर्तन बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि अब अगले सप्ताह के मध्यम में ही शायद मौसम के रुख में थोड़ा-बहुत परिवर्तन देखने को मिले।
बताते हैं कि 20 जून के बाद ही हल्के बादल आएंगे और तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है। अभी दो-तीन दिन तो ऐसे ही तापलहर का सामना करना पड़ सकता है। वह बताते हैं कि इन बादलों का प्रभाव भी 22-23 तक दिखना आरंभ हो सकता है। प्रो. श्रीवास्तव बताते हैं कि बिपर्जय तूफान अब नरम पड़ना आरंभ हो चुका है। उसका प्रभाव हरियाणा, दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक हल्का-फुल्का देखा जा सकता है। तूफान के कमजोर पड़ते ही या आगे बढ़ते ही मानसून का रास्ता खुलेगा। उत्तरी बिहार की सीमा पर अटका मानसून कहीं 28 जून तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुंच सकता है।