नेत्रदान पखवाड़े के शुभारंभ कार्यक्रम में वितरित की गयी पुरानी सामग्री,पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के संदेश से पकड़ में आया मामला,कई अधिकारियों से मांगा गया स्पष्टीकरण
देहरादून। उत्तराखंड में 37 में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े का आज जहां विधिवत शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के द्वारा किया गया, वहीं नेत्रदान पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए गए बेहतर काम कार्यों को लेकर कुछ रिपोर्ट कार्ड के रूप में पुस्तकें प्रस्तुत की जा रही थी, जिनमें से एक पुस्तक उत्तराखंड में लिंगानुपात सुधार हेतु सरकार की पहल खासा चर्चाओं का विषय पूरे कार्यक्रम के दौरान बनी। दरअसल स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस पुस्तक में जो संदेश लिंगानुपात को लेकर दिया गया था,वह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल के दौरान दिया गया संदेश और आंकड़े लिंग अनुपात को लेकर दिए गए थे, बकायदा संदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर भी त्रिवेंद्र सिंह रावत का नाम और उनकी फोटो का संदेश इस रिपोर्ट कार्ड के पहले पेज पर दिया गया है।
पुरानी सामग्री वितरीत किए जाने का लिया गया संज्ञान
25 अगस्त 2022 को नगर निगम प्रेक्षागृह में आयोजित नेत्रदान पखवाड़ा में पुरानी जनजागरूरकता सामग्री वितरित कराये जाने पर प्रभारी सचिव, स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने निदेशक एन.एच.एम डॉ. सरोज नैथनी,टीम लीडर आई.ई.सी एन.एच.एम, ज्योति एवं नेत्र विशेषज्ञ एन.एच.एम. डॉ. अर्चना को कारण बताओ नोटिस दिया है। प्रभारी सचिव, स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि किसी जागरूकता सामग्री का वितरण किये जाने से पूर्व विभागीय सचिव का अनुमोदन प्राप्त किया जाना आवश्यक था। सामग्री वितरण से पूर्व विभागीय सचिव का पूर्वानुमोदन क्यों प्राप्त नहीं किया गया। इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये हैं।