उत्तराखंड में एक दिन का राजकीय शोक घोषित,लेकिन आदेश पर उठ रहे है सवाल
देहरादून। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा तथा इस अवसर पर 1 दिन का राजकीय शोक रखा गया है। इंद्रा हृदेश का आज दिल्ली में उत्तराखंड सदन में हृदय गति रुकने से निधन हो गया था,जिसके बाद पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर है,वहीं कल उनके पार्थिव शरीर अंतिम विदाई दी जाएगी,साथ की उत्तराखंड में एक दिन का राजकीय शोक भी घोषित किया गया है। कल मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता और भाजपा नेता भी इंद्रा हृदेश को उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि देंगे।
आदेश पर उठ रहेें हैैं सवाल
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश के निधन के बाद प्रदेश में राजकीय शोक घोषित करने को लेकर जो आदेश जारी किया गया है उस पर सोशल मीडिया पर खूब सवाल खड़े किए जा रहे हैं, क्योंकि कल 14 जून है और प्रदेश के सभी कार्यालय खुले रहेंगे लेकिन जो आदेश राजकीय शोक को लेकर जारी किया गया है उसमें 13 जून को पूरे प्रदेश में सरकार के कार्यालय बंद रहेंगे रहने का जिक्र किया गया है, आदेश के तहत 13 जून को राज्य की राजधानी में तथा जिस जिले में अंतिम संस्कार होगा उस दिन उस जिले के झंडे झुकाए जाएंगे और यह तिथि भी 13 जून दर्शाई गई है,जिससे आदेश पर सवाल उठने क्योंकि कल नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हिरदेश का अंत्येष्टि संस्कार होगा और उन्हें अंतिम विदाई भी दी जाएगी जिसमें राजकीय शोक घोषित होने पर सभी कार्यालयों के झंडे झुके रहेंगे लेकिन आदेश में बहुत कुछ सस्पेंस नजर आ रहा है जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर आदेश जारी करते समय क्यों इस गलती पर अधिकारियों की नजर नहीं पड़ी।