प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क पढ़ाई को लेकर फिर मिलेगा आवेदन का मौका,50 प्रतिशत सीटें अभी भी खाली
देहरादून। आरटीई यानी कि राइट टू एजुकेशन के तहत प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें गरीब छात्रों की निशुल्क पढ़ाई को लेकर निर्धारित की गई है, कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक निशुल्क में पढ़ाई गरीब छात्रों को मिलती है,लेकिन इस वर्ष भी कक्षा 1 में जो एडमिशन प्रदेश में हुए हैं,उसके तहत 50% सीटें लगभग खाली रह गई हैं, जिससे शिक्षा विभाग के माथे पर बल पड़ गया है कि आखिरकार कैसे शत-प्रतिशत इन सीटों को भरा जाए, शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि गरीब छात्रों के लिए जो सीट रिजर्व है, उन पर शत-प्रतिशत एडमिशन हो,प्राइवेट स्कूलों में अच्छी शिक्षा गरीब छात्रों को निशुल्क मिल सके। प्रदेश में 33672 सीटें गरीब छात्रों के लिए आरक्षित हैं। जिनमें से एडमिशन की पहली प्रक्रिया में 17662 छात्रों का ही एडमिशन हो पाएगा। क्योंकि जो सीटें रिजर्व गरीब छात्रों के लिए रखी गई हैं,उनमें से 28066 आवेदन प्राप्त हुए थे,जिनमें से 21922 आवेदन सही पाए गए तो लाटरी के माध्यम से 17662 छात्रों का ही चयन हुआ है।
समग्र शिक्षा अभियान के अपर परियोजना निदेशक डॉक्टर मुकुल कुमार सती का कहना है कि शिक्षा मंत्री ने जो निर्देश दिए हैं उसके तहत जो अभिभावक अपने बच्चों का एडमिशन प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत करना चाहते हैं, उनके लिए एक और बार अवसर प्रदान किया जाएगा। जिससे कि जिन छात्रों के आवेदन या तो गलत पाए गए हैं, या जो आवेदन नहीं कर पाए हैं उनको मौका 25% सीटों को भरने के लिए दिया जाएगा।
हर वर्ष की भांति इस साल भी प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें गरीब छात्रों के एडमिशन को लेकर नहीं भर पाई है,ऐसे में शिक्षा विभाग एक बार फिर एडमिशन का मौका देने जा रहा है। लेकिन देखना यह होगा कि आखिरकार जो लक्ष्य शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने गरीब छात्रों की शत-प्रतिशत एडमिशन का रखा हुआ है क्या वह पूरा हो पाएगा।