पुलिस ने काटा युवक का 16 हजार का चालान, तो युवक ने न्याय के देवता से लगाई गुहार,जानिए कहां का है मामला
अल्मोड़ा। पुलिस के द्वारा नियमों की अनदेखी करने और यातायात के नियमों का अनुपालन न करने पर चालन कटने के बाद खूब हंगामें किए जाने के किसे आपने खूब सुने होंगे,लेकिन पुलिस के द्वारा चालान काटे जाने के बाद खुद के लिए न्याय मांगे जाने के लिए देवताओं की शरण में जाने का एक मामला हम आपको बताने जा रहे हैं। दरअसल पुलिस द्वारा एक युवक का बिना हेलमेट तेज बाइक चलाने पर साढ़े 16 हजार रुपये का चालान किया गया। वहीं युवक का आरोप है कि पुलिस ने उस पर गलत धाराएं लगाकर उसका चालान किया है। जिसके बाद युवक पुलिस पर आरोप लगाते हुए चितई स्थित प्रसिद्ध न्याय देवता के गोलू देवता के मंदिर में अपना पत्र टांग दिया और देवता से न्याय की गुहार लागई है। वहीं युवक द्वारा देवता को लिखा पत्र आजकल सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। मामला अल्मोड़ा जिले का है जहां चितई निवासी दीपक सिराड़ी का कहना है कि घर में उसकी दादी की तबीयत खराब चल रही थी। जिस कारण मंगलवार को वह दवा लेने के अल्मोड़ा आया था। यहां आने के लिए उसने अपने परिजनों से बाइक मांगकर वह जिला अस्पताल आया, ओर पूरी दवा न मिलने पर वह प्रकाश मेडिकल स्टोर पहुंचा। इतने में उसके घर से फोन आया कि दादी की तबीयत बहुत खराब है। चिंता की वजह से वो बाइक तेज चलाता हुआ चितई को रवाना हो गया। इसी दौरान उसे शिखर तिराहे में पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने उस युवक पर बिना हेलमेट, तेज गति से वाहन चलाने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए उसकी बाइक सीज कर दी। उसे कोतवाली लाया गया, जहां उसका पूरे 16,500 रुपये का चालान काट दिया गया। वहीं युवक ने पुलिस से कहा कि वह होटल में काम करता था। होटल में मात्र 2500 रुपये की नौकरी करता था और बीते दो महीने से बेरोजगार बैठा है। लेकिन उसका चलान इतना ज्यादा कर दिया अब इसे कैसे भर पाएगा? पुलिस के साथ जब बात नही बनी तो दीपक सिराड़ी ने इस मामले में न्याय की मांग करते हुए न्याय के देवता चितई के गोलू देवता मंदिर में एक अर्जी भी लगाई है। वहीं अपने साथ हुए इस घटना को युवक ने सोशल मीडिया में खूब वायरल किया। उधर, मामले में पुलिस का कहना है कि युवक ने हेलमेट नहीं पहना था, तेज गति से वाहन चला रहा था, गाड़ी के अन्य दस्तावेज भी युवक के पास नहीं थे।