एलटी भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति जारी होते ही शुरू हुआ विरोध,कला संघ के छात्रों ने कहा मांग नहीं मानी गयी तो करेंगे विरोध
देहरादून। उत्तराखंड सेवा अधीनस्थ चयन आयोग के द्वारा प्रदेश में एलटी के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही इस पर आपत्ति आना भी शुरू हो गई है। एमए कला एवं फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने भर्ती की नियमावली में संशोधन करते हुए बीएड की अनिवार्यता खत्म करने की मांग की है। इन छात्रों का कहना है कि बीएड अनिवार्य होने से प्रदेश के हजारों छात्र इस भर्ती में शामिल नहीं हो सकेंगे। कला छात्र संघ के छात्रों ने एलटी भर्ती नियमावली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि विभाग ने कला विषय की भर्ती के लिए बीएड अनिवार्य कर दिया है। इससे एमए कला और मास्टर्स ऑफ फाइन आर्ट्स ( एमएफए ) कर चुके हजारों छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे। कला संघ के अध्यक्ष गजेंद्र ने कहा कि पूर्व में कला विषय पर एलटी पदों की भर्ती के लिए कला विषय में बीए या बीएफए के साथ एमए या एमएफए को आधार माना जाता रहा है, लेकिन इस बार होने जा रही भर्ती में विभाग ने स्नातक के साथ बीएड अनिवार्य कर दिया है। बताया कि साल 2017 में हुई एलटी पदों पर हुई भर्ती के दौरान भी कला विषय के पदों के लिए बीएड अनिवार्य किया गया था लेकिन उस वक्त छात्रों द्वारा के लिए वृहद प्रशिक्षण के बाद यह अनिवार्यता खत्म हो गई थी। गजेंद्र ने कहा कि अगर विभाग को बीएड अनिवार्य करना ही था तो पिछली भर्ती के तुरंत बाद कर देना चाहिए था। जिससे कि अब तक सभी छात्र बीएड की पढ़ाई पूरी कर लेते। कला संघ ने विभाग से इस भर्ती के बाद बीएड अनिवार्य की शर्त लागू करने की अपील भी की है। कहा कि अगर विभाग ऐसा नहीं करता तो कला छात्र संघ के छात्र-छात्राएं प्रदेश व्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।