महाराज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर आरोग्य सेतु ऐप पर उठे सवाल,ऐप ने क्यों नहीं किया महाराज और अन्य सम्पर्क में आये लोगों को अलर्ट
देहरादून । कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना वायरस पाए जाने के बाद कई सवाल जहां सतपाल महाराज पर भी खड़े हो रहे हैं कि आखिर जब सतपाल महाराज को पता था कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब है और उनमें कोरोना वायरस के लक्षण तो फिर सतपाल महाराज कैबिनेट बैठक में शामिल होने क्यों गए । वही सतपाल महाराज पर सवाल खड़े होने के साथ ही आरोग्य सेतु पर भी सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर जब उत्तराखंड सरकार आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए खूब प्रचार-प्रसार कर रही है । तो फिर जिन कैबिनेट मंत्रियों ने और बैठक में शामिल होने वाले अधिकारियों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड किया है तो क्यों आरोग्य सेतु ऐप ने सभी को अलर्ट नहीं किया। क्योंकि खुद कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की अपील की थी,और सभी से इस ऐप के फायदे भी बताए थे,ऐसे में आरोग्य सेतु ऐप महाराज के साथ कैबिनेट को भी धोखा दे गया इस पर सवाल उठना लाजमी है। पहले आप कैबिनेट मंत्री का वह बयान सुनिए जो उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने को लेकर दिया था।
कैबिनेट मंत्री के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने बाद ये बात भी साबित हो गयी है कि जिस दिन सतपाल महाराज कैबिनेट बैठक में शामिल हुए उसके दो दिन बाद उनमें कोरोना की पुष्टि हो गयी । ऐसे में कहा जा सकता है कि कैबिनेट बैठक में शामिल हिने के दिन भी महाराज में कोरोना वायरस रहा होगा। ऐसे में जब महाराज कैबिनेट बैठक में शामिल होने सचिवालय पहुंचे तो फिर सचिवालय के तमाम कर्मचारियों के साथ कैबिनेट बैठक में शामिल हुए मंत्रियो अधिकारियों के फोन में डाउन लोड आरोग्य सेतु ऐप ने अलर्ट क्यों नहीं दिया,सवाल इस बात का जब पीएम मोदी से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए खुद प्रचार कर रहे है,तो फिर कैसे उसी ऐप ने कोरोना वायरस का अलर्ट देना बंद कर दिया जिस ऐप का प्रचार – प्रसार केंद्र सरकार केे साथ प्रदेश सरकार और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी कर रहे थे।सतपाल महाराज की पत्नी के साथ महाराज के परिवार और के स्टॉफ को मिलाकर कुल 22 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई तो क्या उन सभी ने भी आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड नही किया था,और किया था तो फिर महाराज और अमृता रावत के साथ सम्पर्क में आये लोगों को क्यो ऐप ने अलर्ट नही किया। उत्तरखण्ड में 1771008 लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप भी डाउन लोड किया है । ऐसे में सवाल आरोग्य सेतु ऐप पर यह उठता है कि वास्तव में यदि आरोग्य सेतु एप कोरोना वायरस के लिए रामबाण ऐप है जिसके जरिए पॉजिटिव व्यक्ति के आसपास होने पर अलर्ट आ सकता है तो फिर सतपाल महाराज और उनके स्टाफ के साथ परिवार के लोगों के फोन पर डाउनलोड आरोग्य सेतु ऐप ने क्यों अलर्ट नहीं दिया और जिस दिन कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज कैबिनेट की बैठक में शामिल होने सचिवालय पहुंचे उस दिन क्यों सचिवालय कि भीतर आरोग्य सेतु ऐप ने अलर्ट जारी नहीं किया क्योंकि सचिवालय कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड किया जाना भी अनिवार्य है।
सवाल इस बात को लेकर भी है कि क्या सतपाल महाराज ने खुद ऐप डाउनलोड न कर सबको ऐप डाउनलोड करनेेेे के लिए गुमराह किया या फिर सतपाल महाराज के फोन में डाउनलोड आरोग्य सेेतु ऐप ने महाराज के साथ सभी लोगों को गुमराह कर दिया। सतपाल महाराज के कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद कई लोगों ने इस बात पर चर्चा करते हुए सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या वास्तव में आरोग्य सेतु एप वास्तव में सही है या नहीं।