राम सिंह चौहान ने भरी हुंकार,क्या हिल जाएगा शिक्षा विभाग,कैबिनेट के निर्णय के खिलाफ आंदोलन का ऐलान
देहरादून। प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती को लेकर जो संग्राम कुछ दिनों पहले देखने को मिल रहा था, वह एक बार फिर अब तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि कैबिनेट के निर्णय पर शासन ने प्रधानाचार्य के 50% पद सीधी भर्ती से भरे जाने की फैसले पर मुहर लगा दी है। जिससे एलटी संवर्ग के शिक्षकों में जहां गहरा रोष है तो वही राजकीय शिक्षक संगठन के पूर्व अध्यक्ष राम सिंह चौहान फैसले के खिलाफ मुखर होते हुए नजर आ रहे हैं। राम सिंह चौहान का कहना है कि यह फैसला शिक्षक शिक्षिकाओं एवं एलटी शिक्षकों के प्रति अन्याय। प्रधानाचार्य के पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति का व समर्थन करते हैं,और यदि अगर सरकार जल्द इस निर्णय को नहीं बदलती है, और पुरानी व्यवस्था के तहत प्रधानाचार्य के पदों को भरने के फार्मूले पर मोहर नहीं लगाती है । तो वह प्रदेश भर में आंदोलन को लीड करते हुए शिक्षकों के साथ आंदोलन को मजबूर होंगे। यदि सरकार उसके बाद भी नहीं चैती है तो वह कोर्ट में इस मामले को लेकर न्याय की लड़ाई शिक्षकों के लिए लड़ेंगे। आपको बता दें कि जब राम सिंह चौहान शिक्षक संगठन के अध्यक्ष थे तो उस समय वह सरकार कभी काम करते थे कई बार शिक्षकों की मांगों को लेकर सरकार से उनका सीधा टकराव भी देखा गया तो वहीं शिक्षकों की उनके सामने झुकी भी लेकिन अब देखना ही होगा कि आखिर एक बार जब फिर राम सिंह ने हुंकार भरी है तो क्या सरकार पर कोई असर इसका पड़ता है।