शिक्षा महानिदेशक की मौजूदगी में,सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया गया सम्मानित,शिक्षकों की मांगें जल्द पूरा करने और प्रमोशन के भी जल्दी सकारात्मक परिणाम का मिला आश्वासन
देहरादून। राजीव गांधी नवोदय विद्यालय ननूर खेड़ा देहरादून में सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह व शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी 2023 का आयोजन राजकीय शिक्षक संघ जनपदीय कार्यकारिणी व समस्त ब्लाकों की कार्यकारियों के सहयोग से आयोजित हुआ। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड वंशीधर तिवारी, कार्यक्रम अध्यक्ष निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड, सीमा जौनसारी, अति विशिष्ट अतिथि महावीर सिंह बिष्टअपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा, विशिष्ट अतिथि प्रदीप कुमार मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून व प्रधानाचार्य राजीव गांधी नवोदय विद्यालय डा. सुनीता भट्ट की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया समस्त कार्य क्रम को दो सत्रों में सम्पन्न किया गया प्रथम सत्र सरस्वती पूजा, नवोदय विद्यालय के छात्र छात्राओं व अटल उत्कृष्ट विद्यालय सौडा शिरौली की बालिकाओं द्वारा अतिथि स्वागत गान किया गया तत्पश्चात राजकीय शिक्षक संघ जनपदीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह कण्डारी जी द्वारा सभी अतिथि गणों का स्वागत व आभार व्यक्त किया गया तथा वक्ताओं द्वारा शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिया गया जिसमें सर्व प्रथम अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री महावीर सिंह विष्ट जी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षक की भूमिका विषय पर व्याख्यान दिया व सेवानिवृत्त शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाए प्रेषित की।
तत्पश्चात मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप कुमार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के स्वरुप पर विस्तार से जानकारी दी गई। तत्पश्चात राजीव गांधी नवोदय विद्यालय ननूर खेड़ा की प्राचार्या सुनीता भट्ट द्वारा सम्बोधन किया गया तथा लम्बी सेवा पूर्ण कर सेवानिवृत्त शिक्षकों के सम्मान समारोह के आयोजन पर राजकीय शिक्षक संघ देहरादून को हार्दिक धन्यवाद व सेवानिवृत्त शिक्षकों को शुभकामनाएं प्रेषित की।
कार्यक्रम के बीच में राजकीय अटल उत्कृष्ट विद्यालय सौडा सिरौली की छात्राओं द्वारा गढ़वाली लौक नृत्य का सुन्दर मंचन किया गया,तत्पश्चात द्वितीय सत्र में सर्व प्रथम राजकीय शिक्षक संघ गढ़वाल मंडल के सम्मानित अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षकों के सम्मान में सम्मान पत्र का वाचन किया गया और साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षकों के सम्मान का कार्यक्रम सुरू हुआ जिसमें जनपद देहरादून से सेवानिवृत्त सभी 66 शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा वंशीधर तिवारी निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह विष्ट मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप रावत जनपदीय कार्यकारिणी व सभी ब्लाकों की कार्यकारियों द्वारा साल व स्मृति चिन्ह भेंट करके किया गया, कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम अधिकारी निदेशक विद्यालयी शिक्षा सीमा जौनसारी द्वारा आश्वस्त किया गया कि समय पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के सेवानिवृत्त देयकों का समाधान किया जाएगा साथ ही पदोन्नति के विषय में अवगत किया कि बहुत जल्दी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे व प्रान्तीय चुनावों के सन्दर्भ में अवगत किया कि जैसे ही विभाग को सदस्यता सूची व आडिट रिपोर्ट मिलेगी, तत्काल चुनाव की घोषणा की जाएगी, व शिक्षकों से अपील की कि सोशल मीडिया पर विभाग कि क्षवि धूमिल करने का कार्य किसी भी प्रकार की तल्ख टिप्पणियों व पोस्टों द्वारा न करें। कार्यक्रम के अन्त में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा वंशीधर तिवारी का सम्बोधन हुआ अपने सम्बोधन में बंशीधर तिवारी ने सेवानिवृत्त शिक्षकों को शुभकामनाएं दी व रिक्त पदों के सापेक्ष समस्त स्थानांतरण करने का आश्वासन दिया और लगातार सरकारी विभागों में छात्र संख्या घटने पर चिंता जताई व विभाग की और से छात्र संख्या बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा किए जा रहे संस्थागत सुधारों की जानकारी दी।
समस्त कार्यक्रम के सफल संचालन जनपद अध्यक्ष कुलदीप सिंह कण्डारी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ,जिसमें जनपदीय मंत्री अर्जुन पंवार द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया। कार्यक्रम मे पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल, मण्डल मंत्री हेमन्त पैन्यूली, जनपदीय कार्यकारिणी से रघुवीर तोमर, प्रदीप चौधरी, राजेश गैरोला, विजय बड़ोनी, भास्कर रावत, सत्ये सिंह राणा, सुषमा खत्री, अर्चना गार्ग्य, जय सिंह चौहान, शिशुपाल कण्डारी, ब्लॉक से राकेश रौथाण, हेमन्त कठैत, कमल किशोर मिश्रा, मनमोहन रावत, जगदीश रावत, ममराज चौहान, सुधीर कांति, चंडी नौटियाल, हेमा कांडपाल, प्रमिला चौहान, दिनेश भण्डारी, प्रीतम चौहान, शिवप्रसाद शुक्ला किशोर पँवार, संगीता रयाल, के साथ 67 सेवानिवृत्त शिक्षकों व उनके परिवार द्वारा प्रतिभाग किया गया।