राहुल की रैली में लगे प्रीतम जिंदाबाद के नारे, दिग्गजों ने थामा एक दूसरे का हाथ, कार्यकर्ताओं का जोश हुआ हाई
देहरादून। परेड ग्राउंड में जब नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भाषण देने के लिए उठे तो चारों तरफ से प्रीतम जिंदाबाद के नारे लग रहे थे। राहुल गांधी के बाद प्रीतम सिंह ही ऐसे दूसरे नेता थे जिनको लेकर वहां मौजूद लोगों में जोश और जुनून देखने को मिल रहा था। नेता प्रतिपक्ष ने अपने भाषण की शुरूआत शहीदों की चिताओं पर जुड़ेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा से की। इसके बाद विजय दिवस की वीरगाथा को याद करने के साथ ही शहीदों को नमन करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा 1971 में आज ही के दिन श्रीमती इंदिरा गांधी और जनरल मानेक शॉ जी के नेतृत्व में पाकिस्तान को भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण को मजबूर होना पड़ा। इंदिरा गांधी द्वारा दृढ़संकल्प के साथ बांग्लादेश को आजाद करवाने जैसा यह कार्य न भूतो न भविष्यति है। उत्तराखंड के सेना के जवानों ने देश की हिफाजत करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया, हम उनको नमन करते हैं।
नेता विपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि आज का दिवस विश्व के इतिहास में अपनी अलग पहचान रखने का काम करता है। स्व. इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पाकिस्तान के दो टुकड़े करने का काम हुआ। आज हम सब इंदिरा जी के उस सशक्त नेतृत्व को याद कर रहे हैं, जिसके लिए पूरी दुनिया उन्हें लौह महिला के तौर पर जानती है। राजीव गांधी जी ने देहरादून में ही अध्ययन करने का कार्य किया। राहुल गांधी जी ने भी देहरादून में पढ़ाई की और वे सदैव उत्तराखंड से जुड़े रहे। उत्तराखंड और राहुल गांधी का साथ कोई ताकत अलग नहीं कर सकती है। उत्तराखंड के लोग राहुल गांधी की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं।
आज ये प्रदेश जिस कठिन दौर से गुजर रहा है। उत्तराखंड में किसानों को कर्ज माफी नहीं, बेराजगारों को रोजगार नहीं, महंगाई चरम पर है। ऐसी परिस्थितियों में कांग्रेस ने लामबंद होने का कार्य किया। उत्तराखंड सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबी है। सरकार शराब माफियाओं, भू माफियाओं और खनन माफियाओं का समर्थन कर रही है। 2022 में कांग्रेस सरकार बनने के बाद हम बेरोजगारी दूर करने, महंगाई के खिलाफ लड़ने और भ्रष्टाचार मुक्त और लोकायुक्त नियुक्त सरकार देने का कार्य करेंगे।