शिक्षकों के तबादलों में कुछ खामियां,अंतरमंडलीय और अटल आदर्श विद्यालयों के शिक्षकों के भी होंगे कभी तबादले – अंकित जोशी
देहरादून। राजकीय शिक्षक संघ के एससीईआरटी शाखा के अध्यक्ष डॉ० अंकित जोशी ने स्थानांतरण प्रक्रिया में विद्यमान कुछ खामियों को उजागर करते हुए विभागीय अधिकारियों पर सवाल उठाया है कि आखिर अन्तरमण्डलीय शिक्षकों और अटल आदर्श विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षकों, जिन्होंने न तो इन विद्यालयों में शिक्षण करने हेतु परीक्षा दी थी और न ही इन विद्यालयों में शिक्षण करने हेतु इच्छुक हैं , ऐसे शिक्षकों के तबादले कैसे होंगे ? विभागीय अधिकारी और सरकार दोनों ही इन शिक्षकों की समस्याओं से भली भांति परिचित थे। उसके बावजूद इनकी समस्याओं का समाधान न निकल पाना शिक्षकों में निराशा व हताशा भरता है । वर्तमान शिक्षा व्यवस्था इतनी निष्ठुर हो चुकी है कि शिक्षकों की समस्याओं को पूर्ण रूप से नजरअंदाज कर रही है । कई ऐसे शिक्षक दुर्गम के अटल आदर्श विद्यालयों में केवल इसलिए फँसे हुए हैं क्योंकि जिन विद्यालयों में वे पढ़ा रहे थे उन्हें अटल आदर्श विद्यालय बना दिया गया और अब दुर्गम से सुगम की अनिवार्य स्थानांतरण की पात्रता सूची में शीर्ष पर होने के बावजूद उनका स्थानांतरण विभाग नहीं कर रहा है । वहीं दूसरी ओर अंतरमंडलीय स्थानांतरण विभाग के लिए कोई नई बात नहीं थी लेकिन अब इस मसले को भी इतना पेचीदा बना दिया गया है कि स्थानांतरण के प्रावधानों में कहीं भी अंतरमंडलीय स्थानांतरण के लिए कोई कानून ही नहीं बना है । ऐसे में तो शिक्षकों के एक वर्ग के साथी घोर अन्याय होता रहेगा और ऐसे शिक्षकों का उचित प्रावधान के अभाव में कभी भी स्थानांतरण नहीं हो सकेगा । विभागीय अधिकारियों का दायित्व था कि शिक्षकों की वाजिब समस्याओं का समाधान करते लेकिन यहां तो शिक्षकों की समस्याओं का कोई संज्ञान ही नहीं ले रहा है । ऐसे माहौल में शिक्षकों की कार्य क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ेगा जोकि पठन-पाठन में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से परिलक्षित होगा ।