ग्रीष्मकालीन अवकाश में कोविड ड्यूटी करने पर शिक्षकों को मिले उपार्जित अवकाश,शिक्षक संगठन ने की सरकार से मांग
देहरादून। उत्तराखंड सरकार के द्वारा इस बार कोविड महामारी को देखते हुए ग्रीष्मकालीन अवकाश करीब 20 दिन पहले घोषित हो गया है,लेकिन इसके बावजूद उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने बड़ी मांग सरकार से की है,जिसको लेकर उन्होंने शिक्षा सचिव को एक ज्ञापन भेजा है,जिसमें उन्होंने ग्रीष्मकालीन अवकाश 8 मई से 30 जून के मध्य घोषित होने पर इस दौरान यदि किसी शिक्षक की ड्यूटी कोविड 19 रोकथाम के लिए लगाई जाती है,तो ऐसे शिक्षकों को इस बीच यानी कि 8 मई से 30 जून के बीच लगाई जाती है तो शिक्षकों को इस दौरान उपार्जित या प्रतिकर अवकाश अनुमन्य किए जाएं। प्राथमिक शिक्षक संगठन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने ज्ञापन भेजकर शिक्षा सचिव से यह मांग की है साथ ही उन्होंने कहा है कि अस्पष्टता के कारण गणपति अधिकारियों के द्वारा ऐसे विषयों पर मनमानी कार्रवाई की जाती है बताओ उत्तराखंड सरकार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ऐसे शिक्षक जो कोना महामारी में संक्रमण की रोकथाम हेतु विभिन्न स्थानों पर नियुक्त किए गए हैं को ग्रीष्मकालीन अवधि दिनांक 8 मई 2021 से 30 जून 2021 के मध्य में कार्य करने के प्रति नियमानुसार उपार्जित प्रतिकार अवकाश अनुमन्य किए जाने के स्पष्ट निर्देश निर्मित किए जाने का अनुरोध करता है जिसे शिक्षक पूर्ण मनोयोग से कोरोना की रोकथाम हेतु अपनी सेवाएं दे सकें। आपको बता दें कि उपार्जित अवकाश के बदले शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश में ड्यूटी करने के दौरान बाद में जितने दिन वह उपार्जित अवकाश में ड्यूटी करेंगे उसका पैसा रिटायरमेंट के समय मिलेगा जबकि प्रतिकार अवकाश में शिक्षकों को स्कूल खुलने के बाद प्रतिकार अवकाश के रूप में अवकाश मिल जाएंगे। ऐसे में देखना ही होगा कि शिक्षा सचिव शिक्षकों की इस मांग को मानते हैं या नहीं।