गोल्डन कार्ड की खामियों को दूर करने की शिक्षक संघ ने की मांग,ओपीडी और सभी जांचों को कैशलेस करने की भी मांग
देहरादून- गोल्डन कार्ड की विसंगतियां दूर नहीं होने से शिक्षक-कर्मचारियों में रोष। उनका कहना है कि सरकार ने जिनके लिए योजना बनाई है, उनके सुझावों को इसमें शामिल करना चाहिए। इस बारे में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्वास्थ्य प्राधिकरण को पत्र लिखकर प्रदेश के हर अस्पताल को योजना में शामिल करने की मांग की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने कहा कि हर कार्मिक को उसके नजदीकी अस्पताल में कम से कम प्राथमिक उपचार मिल जाए, इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश का हर अस्पताल योजना से जुड़ा हो।
दूसरा यह कि किसी भी अस्पताल में होने वाला हर इलाज योजना में शामिल हो। वर्तमान में अस्पतालों में होने वाले किसी एक या दो बीमारियों को ही योजना में शामिल किया गया है, जिससे एक मरीज को दो अलग बीमारियों के इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कई अस्पताल तो गोल्डन कार्ड की सूची में शामिल होने के बाद भी मरीजों को इलाज नहीं दे रहे। चौहान ने कहा कि योजना की विसंगतियों के चलते बीमार कर्मचारियों को तो परेशानी हो ही रही है। आर्थिक क्षति भी हो रही है।