स्क्रीनिंग परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की तैनाती का शिक्षक संघ ने जताया विरोध,शिक्षकों की क्षमताओं पर प्रश्रचिन्ह लगाने की कही बात
देहरादून। अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में स्क्रीनिंग परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की तैनाती का राजकीय शिक्षक संघ ने विरोध किया है। शिक्षकों का कहना है इन विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। जो शिक्षक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने के इच्छुक हैं उन्हें मौका दिया जाना जरूरी है। इसी को लेकर एक ज्ञापन राजकीय शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने विकासनगर विधायक मुन्ना चौहान को सौंपा। पदाधिकारियों ने बताया कि शासन की ओर से चयनित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में तैनात शिक्षक वर्षों से अपनी सेवा दे रहे हैं। लेकिन अब शासन स्तर पर इन शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को अन्य विद्यालयों में समायोजित करने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि अधिकांश शिक्षक अंग्रेजी भाषा में शिक्षण करने में समर्थ हैं। लिहाजा जो शिक्षक स्वेच्छा से अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण करने को इच्छुक हैं, उन्हें उसी विद्यालय में यथावत रखा जाना चाहिए। बताया कि इससे पूर्व प्रत्येक ब्लॉक में खोले गए आदर्श विद्यालयों में भी सिर्फ रिक्त पदों पर शिक्षकों की तैनाती की गई थी, शेष अन्य शिक्षकों और प्रधानाचार्य को यथावत रखा गया था। बताया कि शिक्षकों को समायोजित करने के बजाय अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में पहले से तैनात शिक्षकों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में समायोजित करना उनके शिक्षण क्षमताओं पर प्रश्नचिन्ह लगाने जैसा है, जिससे शिक्षक खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। सरकार की ओर से जारी आदेश से पूरे प्रदेश में करीब 3800 शिक्षक प्रभावित होंगे, जिनमें से अधिकांश पचास वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। संघ के पदाधिकारियों ने समायोजन से पूर्व शिक्षकों की राय लेने की मांग की है।