उत्तराखंड के पूर्व विधायक संगठन का प्रथम सम्मेलन,सरकार की आलोचना से भड़के पूर्व विधायक,कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली भी मांग पत्र में शामिल
देहरादून। देहरादून विधानसभा में पूर्व विधायकों का सम्मेलन आयोजित हो रहा है,उत्तराखंड में पूर्व विधायकों ने बनाया है अपना संगठन बनाया है,जिसके बैनर तले सम्मेलन आयोजित हो रहा है,उत्तराखंड में हैं करीब 113 पूर्व विधायक है,लेकिन आज हो रहे सम्मेलन में दो दर्जन से ज्यादा पूर्व विधायक मौजूद हैं, सम्मेलन में भर्त्तियों की सीबीआई जांच किए जाने और भर्तियों में संलिप्त राजनेताओं के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गयी है,वहीं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली,रोजगार में स्थानीयों को 70 प्रतिशत अवसर देने की मांग,उत्तराखंड पूर्व विधायक संगठन के अद्यक्ष हैं लाखी राम जोशी है,जिनकी अध्यक्षता में सम्मेलन चल रहा है, पूर्व विधायकों के सम्मेलन में कई पूर्व कैबिनेट मंत्री भी मौजूद हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश भी मौजूद,साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत,हीरा सिंह बिष्ट,शूरवीर सिंह सजवाण,मंत्री प्रसाद नैथानी,पूर्व विधायक और यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी,पूर्व विधायक ओम गोपाल, धन सिंह नेगी, मुकेश कोहली,पूरण सिंह फर्त्याल, राजेश शुक्ला, केदार सिंह रावत शामिल हुए हैं।
सम्मेलन में हुई तीखी बहस
पूर्व विधायकों के संगठन के सम्मेलन में तीखी नोक झोख भी देखने को मिल रही है,सम्मेलन में सरकार की आलोचना पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला भड़क उठे और सम्मेलन को छोड़कर चले गए,भर्ती घपलों में सरकार की आलोचना पर राजेश शुक्ला भड़क गए,राजेश शुक्ला ने कहा कि सम्मेलन का जो उद्देश्य था उससे हटके सम्मेलन में चर्चा हो रही है। कहा भर्ती घपलों सरकार को कोशने की बाजय भर्ती घपलों को उजागर करने के लिए सरकार की सरहाना होनी चाहिए ।