BJP के दो विधायकों ने मुख्यमंत्री के कार्यों को सराहा,ईमानदार छवि और भ्रष्टाचारमुक्त शासन को बताया उपलब्धि
देहरादून। उत्तराखंड भाजपा के कई विधायक इन दिनों जहां अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे है,और नाराजगी की वजह अधिकारियों की कार्यप्रणाली बताई जा रही है। वहीें विधायकों की नाराजगी मुख्यमंत्री से भी बताई जा रही है। लेकिन भाजपा के दो विधायकों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के काम करने के तरिके की खूब सरहाना की है। जी हां लैंसडाउन से भाजपा विधायक दिलिप सिंह रावत और पौड़ी से भाजपा विधायक मुकेश कोली ने मुख्यमंत्री की जमकर सरहाना की है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नहीं हुआ कोई गलत काम – रावत
लैंसडाउन से भाजपा विधायक दिलिप सिंह रावत का कहना है कि वह चुनौति के साथ कह सकते है कि यदि कोई तथ्यों के साथ बात करें तो साढे़ तीन साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री के ऊपर एक भी आरोप नहीं लगा सकता है, कि मुख्यमंत्री ने कोई गलत काम किया । साढ़े तीन सालों में एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा जो एक उपलब्धि है। कांग्रेस ने विरासत की रूप में भ्रष्टाचार को प्रदेश में छोड़ा था,लेकिन भाजपा की सरकार ने उस विरासत को खत्म करते हुए जीरो टाॅयरलेंस पर काम किया है,पूरे 5 साल तक मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इसी तरह काम चलता रहा तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। अधिकारियों की कार्यप्रणाली से नाराज विधायकों के सवाल पर दिलिप सिंह रावत कहते है कि अधिकारियों को ताड़ कर काम करने का भी काम जनप्रतिनिधयों का होता है,और वह खुद की बात करें तो उनके कामों को अधिकारी बखूबी करते है। कुलमिलाकर देखें तो मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में बहुत अच्छा काम हो रहा है।
सीएम की ईमानदार छवि से खुश है विधायक – कोली
पौड़ी से भाजपा विधायक मुकेश कोली का कहना है कि हरीश रावत सरकार में सचिवालय का फोर्थ फ्लोवर दलालों का बड़ा बन चुका था,जिसे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दलालों से मुक्त कर दिया है। मुख्यमंत्री ने जनता को संदेश दिया है कि बिन भ्रष्टाचार के काम ईमानदारी से हो सकते है। उत्तराखंड में दिक्कतें उनको हो रही है जिनकी दलाली बंद हो गई है,जिनके दो नम्बर के काम बंद हो गए है वह परेशान लग रहे है। भाजपा के एक दो विधायकों को छोड़ कर कोई विधायक नाराज नहीं है,सभी विधायक मुख्यमंत्री की ईमानदार छवि से खुश है,और साफ कह देना चाहते है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में बेहतर काम हो रहे हैं।