Apnu Uttarakhand

कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए रामबाण योग है उष्ट्रासन और भी है कई फायदे, कैसे करें उष्ट्रासन जानिए आप भी

देहरादून । करे योग रहे निरोग के तहत आज हम आपके लिए उष्ट्रासन आसन लेकर आए हैं क्या फायदे हैं इस आसन के और कैसे इसे किया जाता है,उत्तराखंड की योगा ब्रांड एंबेस्डर दिलराज प्रीत कौर यह बता रही है ।

कैसे करे ये आसन,समझिए विधि

▪उष्ट्रासन करने के लिए सबसे पहले आप के योगा मैट को फर्श पर बिछा के उस पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
▪इस आसन को करने के लिए आप वज्रासन की मुद्रा में भी बैठ सकते हैं।
▪अब घुटनों के बल सीधे खड़े हो जाएं और अपनी पिंडलियों को फर्श पर ही रखें।
▪इस स्थिति में आपकी जांघ और छाती एक सीधी रेखा में होनी चाहिए।
▪अब साँस को अन्दर ले और कमर के यहाँ से थोड़ा सा पीछे की ओर झुके।
▪अपने दाएं हाथ को पीछे की ओर ले जाकर दाएं पैर की एड़ी के पर रख लें।
▪इसके बाद अपने बाएं हाथ को भी पीछे की ओर लेकर जाएं और उसे बाएं पैर की एड़ी पर रख लें।
▪अब अपनी गर्दन को पीछे की ओर झुका लें।
▪अपने शरीर का पूरा भार अपने दोनों हाथ और पैरों पर रखें।
▪इस मुद्रा में आप 30 से 60 सेकेंड के लिए रहे और फिर अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।


उष्ट्रासन के फायदे
▪उष्ट्रासन पेट की चर्बी के लिए: इस योग का अभ्यास से अपनी पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। अगर आप इसको सही ढंग से करते हैं तो बहुत हद तक पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है।
▪उष्ट्रासन डायबिटीज के लिए: इसका अभ्यास करके आप डायबिटीज को बहुत हद तक कण्ट्रोल कर सकते हैं क्योंकि यह आपके पैंक्रियास को उत्तेजित करता है और इन्सुलिन के स्राव में मदद करता है।
▪उष्ट्रासन फेफड़े के लिए: फेफड़े के स्वस्थ के लिए यह एक उम्दा आसन है और फेफड़े से सम्बंधित परेशानियों से आप को बचाता है।
▪क्रोध कम करता है: यह योगाभ्यास क्रोध को कम करते हुए आपको शांत करने में मदद करता है।
▪उष्ट्रासन नेत्र के लिए: दृष्टि विकार वाले व्‍यक्तियों के लिए उष्‍ट्रासन अत्‍यधिक उपयोगी होता है।
▪उष्ट्रासन कमर दर्द में: इसको विशेषज्ञ के सामने अभ्यास करने से कमर दर्द में बहुत मदद मिलती है। यह आसन कमर दर्द के लिए रामबाण है।
▪गर्दन के दर्द: गर्दन के दर्द को भी कम करने में मदद करता है।
▪उष्ट्रासन पाचन में लाभदायक: पाचन संबंधी समस्‍याओं में यह लाभकारी होता है।

▪खूबसूरत चेहरा के लिए: पतली कमर और खूबसूरत चेहरा के लिए उष्ट्रासन का अभ्यास करना चाहिए।

▪स्लिप डिस्क में लाभ: विशेषज्ञ के सामने करने पर यह स्लिप डिस्क एवं साइटिका को दूर करने में मददगार है।
▪मासिक परेशानियों को दूर करता है: यह आसन महिलाओं में मासिक जैसी परेशानियों को दूर करने में लाभदायक 

इन सावधानियों का रखें ख्याल

▪अपने कूल्हों की तुलना में घुटनों को अधिक दूर-दूर न करें।
▪यदि आपको पीठ का दर्द है तो आप इस आसन को ना करें।
▪जिन लोगों को गर्दन दर्द की समस्या है उनको उष्ट्रासन योग नहीं करना चाहिए।
▪यदि आप निम्न रक्तचाप या उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं तो इस आसन को करने से बचें।
▪जो लोग अनिद्रा या माइग्रेन से पीड़ित हैं उन्हें इस आसन से बचना चाहिए।
▪इस आसन को अपनी क्षमता से अधिक करने की कोशिश ना करें।
▪किसी भी बीमारी या शारीरिक समस्या के दौरान इस आसन को करने के लिए डॉक्टर से सलाह अवश्य करें।
▪योग प्रशिक्षक की देखरेख में इस आसन का अभ्यास करना सबसे अच्छा है।

Exit mobile version