एसजीआरआर विश्वविद्यालय के योग छात्र उत्तम अग्रहरि ने ताड़ासन का बनाया राष्ट्रीय रिकार्ड,3 घण्टे 3 मिनट ताड़ासन की एक ही मुद्रा में लगातार खड़े रहकर हासिल की उपलब्धि
देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ योगिक साइंस एण्ड नैचुरोपैथी के छात्र उत्तम अग्रहरि ने राष्ट्रीय रिकाॅर्ड बनाया है। उन्होंने मंगलवार सुबह ताड़ासन की एक ही मुद्रा में लगातार 3 घण्टे 3 मिनट तक खड़े रहकर यह उपलब्धि हासिल की। इण्डिया बुक आॅफ रिकाॅर्डस में उत्तम का यह रिकाॅर्ड दर्ज किया गया। इण्डिया बुक आॅफ रिकाॅर्डस की प्रतिनिधि डाॅॅ श्वेता झा की माॅजूूदगी में राष्ट्रीय रिकार्ड की रिकार्डिंग दर्ज की। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के माननीय प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज, कुलपति डाॅ (प्रो.) कुमुद सकलानी एवम् कुलसचिव डाॅ लोकेश गम्भीर ने उत्तम अग्रहरि को इस उपलब्धि पर बधाई एवम् शुभकामनाएं दीें।
इण्डिया बुक आॅफ रिकाॅर्ड्स, एशिया बुक आॅफ रिकार्ड्स की अनुवांशिक संस्था है। एशिया बुक आॅफ रिकाॅर्डस में 48 एशियन देश सदस्य हैं। एशिया बुक आॅफ रिकार्डस का प्रधान कार्यालय वियतनाम में है। इण्डिया बुक आॅफ रिकाॅर्ड्स का प्रधान कार्यालय फरीदाबाद, हरियाणा में है। इण्डिया बुक आॅफ रिकाॅर्ड्स में अब तक 40,000 (चालिस हज़ार) रिकाॅर्ड्स दर्ज हो चुके हैं। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ योगिक साइंस एण्ड नैचुरोपैथी के छात्र-छात्राएं पूर्व में भी राष्ट्रीय एवम् अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रकार के रिकार्ड्स बना चुके हैं। विश्वविद्यालय प्रबन्धन समय समय पर ऐसे छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करता रहता है।
उत्तम अग्रहरि श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय से एमएससी योगिक साइंस एण्ड आॅल्टरनेटिव थेरेपीज़ का कार्से कर रहे हैं। डीन डाॅॅ कंचन जोशी ने जानकारी दी कि उत्तम अग्रहरि योग के एक मेधावी छात्र हैं जिसका परिणाम यह राष्ट्रीय रिकाॅर्ड है। उत्तम के इस राष्ट्रीय रिकार्ड से श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय का नाम देश विदेश में रौशन हुआ है। उत्तम ने अपनी योग साधना से योग के महत्व को देश विदेश में प्रचारित प्रसारित करने का काम किया है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के माननीय प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने उत्तम की प्रतिभा को पूर्व में भी सम्मानित किया है। उत्तम अग्रहरि की सम्पूूर्णं उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय वहन कर रहा है व साथ उनके रहने व भोजन की व्यवस्था भी विश्वविद्यालय प्रबन्धन लंबे समय से करता आ रहा है। इस अवसर पर डाॅ मालिविका सती कांडपाल, डाॅ सुरेन्द्र प्रसाद रयाल, डाॅ सरस्वती काला, डाॅ अनिल थपलियाल, डाॅ बिजेन्द्र सिंह, डाॅ प्रेरणा, डाॅ ओम नारायण तिवारी भी उपस्थित थे।