कोरोना वायरस के चलते ग्राम सभाओं में होगी प्रशासकों की नियुक्ति,शासन की हरी झंडी का इंतजार
देहरादून । कोराना वायरस महामारी के प्रकोप से अपनी ग्राम सभा को सुरक्षित रखने के साथ ही प्रवासी उत्तराखंडियों के अपने गांव लौटने पर प्रवासियों को कोरोनटीन करने से लेकर घर – घर सैनेटाइजर से छिड़काव करने तक को लेकर ग्राम प्रधान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे। यहां तक यदि कोई चोरी छिपे गांव में प्रवेश कर रहा है तो इसकी सूची ग्राम प्रधान तैयार कर प्रशासन को सौंप रहे है,ताकि प्रावासी उत्तराखंड वासियों का हेल्थ चेकप हो और गांव कोरोना से मुक्त ही रहें । लेकिन सोचिए उत्तराखंड के उन 310 ग्राम सभाओं की जहां ग्राम प्रधान नहीं या पंचाचत का कोराम पूरा नहीं है कैसे कोराना वायरस महामारी के इस दौर में वहां व्यवस्थाएं संचालित हो रही है। इसी को देखते हुए पंचायती राज विभाग ने उत्तराखंड की 310 ग्राम सभाओं में प्रशासक की नियुक्ति करने को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा है ताकि 310 ग्राम सभाओं में प्रशासक की नियुक्ति हो और प्रशासकों की जरिए ग्राम सभाओं की व्यस्थाएं इस महामारी के दौर में सुचारू हो। पंचायती राज विभाग के निदेशक हरीश चंद्र सेमवाल का कहना है कि शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है,कि जिन ग्राम सभाओं में प्रधान का चयन नहीं हो पाया है वहाँ प्रशासक नियुक्त किए जाए ताकि कोरोना वायरस महामारी में ग्राम सभाओं में व्यवस्थाएं संचालित हो । ऐसे में अब प्रशासन बिठाने के लिए शासन की अनुमति का इंतजार किया जा रहा है।