उत्तराखंड शिक्षा विभाग का निराशाजनक प्रदर्शन,अब होगा स्कूली शिक्षा में पूरी तरीके से बदलाव – बंशीधर तिवारी
देहरादून। उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं गवर्नेंस और शैक्षिक स्तर के लिहाज से उत्तराखंड का प्रदर्शन लगातार कमजोर होता जा रहा है,केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट में कुल राज्य और केंद्र शासित 37 प्रदेशों की परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में उत्तराखंड 34 वें नंबर पर शैक्षिक स्तर के विकास बुनियादी ढांचा,सुविधाएं, एक्सप्रेस, समानता गवर्नेंस के आधार पर यह सर्वेक्षण में परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स रिपोर्ट वर्ष 2020-21 की जारी हुई है जिसमें उत्तराखंड का निराशाजनक प्रदर्शन रहा है।
हर साल गिर रहा है प्रदर्शन
केंद्र सरकार ने 70 इंडिकेटर और 24 सब इंडिकेटर की आधार पर 1000 अंक तय किए थे। इन्हीं के आधार पर राज्यों के द्वारा किए गए कामों के आधार पर नंबर देखकर रैंकिंग तय की गई है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि उत्तराखंड का प्रदर्शन साल दर साल गिरता जा रहा है साल 2017 -18 में उत्तराखंड 704 अंक पाकर इंडेक्स में 18वें नंबर पर था,तो वहीं 2018-19 में उत्तराखंड के अंक में 712 के साथ सुधार हो गया था, लेकिन बाकी राज्यों का प्रदर्शन बेहतर होने से रैंकिंग गिरकर 24 पर आ गई। 2019-20 में 752 अंक हासिल करने के बाद भी उत्तराखंड 27 में स्थान पर रहा तो,2020-21 में उत्तराखंड के अंकों में गिरावट दर्ज की गई 252 से गिरकर उत्तराखंड के 719 अंक रह गए और रैंकिंग में गिरकर 24वें स्थान पर रह गया।
शिक्षा महानिदेशक का बयान अब करेंगे सुधार
वहीं शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी का कहना है कि शैक्षिक स्तर को लेकर जो रिपोर्ट आई है, उसमें रियल टाइम डाटा में हम पीछे हैं,उसी को लेकर विद्या समीक्षा केंद्र की शुरुआत अब उत्तराखंड में होने जा रही है, जिससे पूरे स्कूलिंग सिस्टम में बदलाव आनजाएगा, ऑनलाइन अटेंडेंस,ऑनलाइन एसेसमेंट नहीं है,जिससे विद्या समीक्षा केंद्र के तहत लागू किया जाएगा। गणित विषय मे काफी पीछे हैं, जिसमें अब सुधार किया जाएगा। कुछ मेजर कारण है जिनको लेकर अब सुधार किया जाएगा।