उत्तराखंड : मेरे पति शहीद नहीं हुए है बल्कि पाकिस्तान में कैद हैं,हवलदार राजेंद्र नेगी की पत्नी ने किया दावा
देहरादून । जम्मू कश्मीर के अंनतनाम से 8 जनवरी 2020 को पांव फिसलने से मिसिंग चल रहे 11 गढ़वाल राइफल के जवान हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी को भारतीय सेना ने शहीद मान लिया है,लेकिन उनकी पत्नी राजेंद सिंह नेगी को शहीद मानने को तैयार नहीं है। राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी ने कहा है कि जब उन्हे अपने पति के शहीद होने का सबूत नहीं मिल जाता तब तक वह अपने पति को शहीद नहीं मानेगी,साथ ही राजेंद्र नेगी की पत्नी ने आशंका जताई है कि उनके पति बर्फ में फिसलने से मिसिंग नहीं बल्कि पाकिस्तान में है।
21 मई को मिला पत्र
हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी राजेश्वरी नेगी का कहना है कि उन्हे आज भी लगता है कि उनके पति शहीद नहीं हुए,लेकिन सेना ने जो पत्र भेजा उसके अनुसार सेना उनके पति को शहीद मान रही है। 21 जून को मिले पत्र में सेना ने उनके पति को शहीद माना है। लेकिन उन्हे नहीं लगता है कि लगता कि उनेक पति शहीद हुए है क्योंकि उनके पति शहीद हुए होते तो जरूर कोई सबूत अब तक मिल गए होते।
सपनों में आते है कैद में होने की कहते है बात
राजेश्वरी नेगी का कहना है कि उनके पति उनके कई बार सपनों में आ चुके है और वह कैद में होने का अभास कराते है। जिस दिन उन्हे सेना के द्धारा शहीद होेने का पत्र प्राप्त हुआ उस दिन से लगातर तीन दिन उनके पति उनके सपनों में आएं। यहां तक कि वह ड्यूटी ज्वाइन करने और कैद में होने की बात सपनों में करते रहे। इस लिए उन्हे पूरा विश्वास है कि वह शहीद नहीं हुए है। शहीद हुए होते तो काई सबूत अब तक मिल जाता। इसलिए उन्हे लगता है कि उनके पति पाकिस्तान में है और वह वहां कैद हो सकते है,यह वह पूरे भरोषे के साथ कह सकती है।
10 मई को जगी थी आस
8 जनवरी से लापता चल रहे हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी के मिलने की बात को लेकर 10 मई को सेना के द्धारा आस जगाई गई,लेकिन वह आस भी उनके परिवार के लिए निराशा में ही बदल गई। उनकी पत्नी कहती है कि सेना के द्धारा कहा गया कि 10 मई को राजेंद्र सिंह नेगी को ढूंढने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी कहती है कि 10 जुलाई के दिन उनके फोन पर जैसे ही घंटी बजती वह यही सोचती इस बार फोन में बजी घंटी से उन्हे अपने पति के बारे में जानकारी मिल जाएंगी। लेकिन 10 मई का इंतजार भी ऐेसे ही चला गया।
आर्थिक तंगी भी आ रही है आडे़
राजेंद्र सिंह नेगी के परिवार पर इस दौरान कई बार आर्थिक तंगी भी आई,क्योंकि राजेंद्र नेगी के मिसिंग होने के बाद उनका वेतना सरकार उनके परिवार को महीने के पहली – दूसरी तारिख में न भेजकर महीने के बीच में भेजते है। जिस वजह से परिवार पर आर्थिक स्थिति की तंगी आई,लेकिन उनकी पत्नी कहती है कि उन्हे आर्थिक तंगी भी मंजूर है,लेकिन उन्हे बस सबूत मिल जाएं कि उनकी पति कहा है।