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उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां पुलिस सप्ताह के कार्यक्रम में मुख्य सचिव ने की शिरक्त,पुलिस के द्वारा 1 वर्ष में किए गए कार्यों की मुख्य सचिव ने की सरहाना

देहरादून। शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां पुलिस सप्ताह के द्वितीय दिवस के तीसरे सत्र में मुख्य सचिव उत्तराखंड एस0एस0 संधू जी द्वारा प्रतिभाग किया गया। पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर मुख्य सचिव उत्तराखंड एस0एस0 संधू  को पुलिस गार्द के द्वारा सलामी देकर अभिवादन किया गया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव एस0एस0 संधू ने कहा कि पर्यटन आधारित राज्य के लिए पुलिस बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने पुलिस से इस दिशा में लगातार टीम वर्क के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि शासन में लंबित पुलिस से संबंधित सभी प्रस्तावों को समय से पूर्ण कर लिया जाएगा। उत्तराखंड पुलिस के द्वारा पिछले 01 वर्ष में किये गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में अपराधों को तकनीक के माध्यम से रोका जा सकता है। उन्होंने पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय हेतु समस्त पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही थाना परिसर में सीज, लावारिस, निस्तारित हो चुके मुकदमों से संबंधित वाहनों विधिक प्रावधानों से नियमानुसार निलामी तथा सुपुर्दगी की कार्यवाही हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान पुनः चलाने के निर्देश दिए।

इससे पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मुख्य सचिव उत्तराखंड एस0एस0 संधू को अवगत कराया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा आई0आई0टी0 और आई0टी0डी0ए0 के साथ मिलकर साइबर सुरक्षा में क्षमता निर्माण एवं ज्ञान विनिमय हेतु एम0ओ0यू भी किया गया है। इसी क्रम में हैकाथन का दूसरा संस्करण भी आयोजित किया जा चुका है। उन्होंने प्रांतीय सेवा के कैडर का पुनः निर्धारण एवं वाहनों के नियतन को फिक्स करने, एवं पुलिस के भवन निर्माण के वार्षिक बजट को बढ़ाने का अनुरोध किया।

सम्मेलन के पूर्वाहन सत्र में समस्त फील्ड अधिकारियों ने अपना प्रस्तुतिकरण दिया। प्रस्तुतिकरण में किये जा रहे कार्यों उनमें आ रही चुनौतियां भविष्य की कार्ययोजना शासन एवं पुलिस मुख्यालय से आवश्यकता के सम्बन्ध में अपने विचार रखे। जिस पर विचार-विमर्श एवं मंथन हुआ। अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण पर चर्चा करते हुए श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए एक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीमावर्ती जनपद पिथौरागढ़ में संचार हेतु विशेष ट्रायल करने हेतु निर्देशित किया। सी0जी0एच0एस रेट पर पुलिस के जवानों को उपलब्ध हो रही सुविधा हेतु अन्य हॉस्पिटलों से भी टाईअप करने के आदेश दिए। उनके द्वारा नैनीताल जनपद को बेहतरीन प्रस्तुतीकरण हेतु ₹5000 का नगद इनाम की घोषणा की गयी। उन्होंने कहा की प्रदेश भर में नशा छोड़ने वाले व्यक्तियों को ड्रग वॉरियर घोषित कर उनसे नशा पीड़ितों की ऑनलाइन काउंसलिंग भी कराएं। उन्होंने नशा पीड़ित एवं ड्रग पेडलर की ऑनलाइन प्रोफाइलिंग करने के भी निर्देश दिए l उन्होंने समस्त जनपद प्रभारियों को माह में एक बार सोशल मीडिया लाइव के माध्यम से जनता से संवाद करने के निर्देश दिए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, उधमसिंहनगर मंजूनाथ टीसी ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि ई-रिक्शा में अपडेट करने के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। अल्मोड़ा के पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप राय ने बताया कि ‘आमा की अलमारी’ नाम से नई योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें जरूरतमंद व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार गर्म कपड़े प्राप्त कर सकता है। पिथौरागढ़ के एस0पी  लोकेश्वर सिंह ने कहा कि पिथौरागढ़ में संचार हेतु 03 संचार रिपीटर स्टेशन की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा चारधाम के तर्ज पर मानस खंड कॉरिडोर हेतु भी बजट की मांग की गई। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने कहा कि नैनीताल पुलिस द्वारा जवानों के रहने की आवासीय व्यवस्था को सी0एस0आर की मदद से सुधारा गया है।

पुलिस महानिरीक्षक पी/एम  विम्मी सचदेवा ने समस्त जिलों के पुलिस अधिकारियों को कहा कि परिसरों के नए निर्माण पर्वतीय शैली में ही बनाएं जाएं। उन्होंने बताया कि थाना परिसर व अन्य पुलिस परिसरों की जियो फेंसिंग कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने निर्माण कार्यों के क्रम में कार्यदाई संस्थाओं के साथ एमओयू 01 माह में पूर्ण करने एवं हैंड ओवर की कार्रवाई तेजी से पूरी करने पर भी बल दिया।*

अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था श्री वी0 मुरुगेशन ने मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियानों में गिरफ्तारी का प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने समस्त जनपदों को क्रिमिनल इंटेलिजेंस पर विशेष कार्य करने हेतु निर्देशित किया, ताकि अपराध को घटित होने से पूर्व ही रोका जा सके।

पुलिस उप महानिरीक्षक, पी/एम- सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से पुलिस अधुनिकीकरण हेतु क्रय किये जा रहे उपकरणों के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक बताया गया। साथ ही सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के अपडेटेड वर्जन के बारे में भी अवगत कराया गया। आधुनिकीकरण के लिए उपयोग में लाए जा रहे उपकरणों के अनुरक्षण हेतु रेगुलर बजट के प्रावधान करने की मांग की।*

कार्यक्रम के अंत में अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी- श्री पी0वी0के0 प्रसाद द्वारा मुख्य सचिव, उत्तराखंड श्री एस0एस संधू जी का धन्यवाद किया गया।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड शासन से अपर मुख्य सचिव गृह,  राधा रतूड़ी, सचिव वित्त, दिलीप जावलकर, अपर सचिव मुख्यमंत्री, ललित मोहन रयाल, अपर सचिव गृह- अतर सिंह, पुलिस विभाग से अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी पी0वी0के0 प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस दूरसंचार  अमित कुमार सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था डॉ0 वी0 मुरुगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम- विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक, एससीआरबी/महा समादेष्टा होमगार्ड व सिविल डिफेन्स- केवल खुराना, पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी  विमला गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ- रिधिम अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक, फायर-  नीरू गर्ग सहित सहित समस्त फील्ड अधिकारी (जनपद प्रभारी, सेनानायक, शाखा एवं इकाई प्रभारी) परिक्षेत्र प्रभारी, प्रधानाचार्य एटीसी/पीटीसी, एसटीएफ, जीआरपी, सीआईडी, अभिसूचना एवं पुलिस मुख्यालय के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मिलित हुए।

 

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