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उत्तराखंड : इलाज के आभाव में महिला ने तोड़ा दम,BJP विधायक ने CM कार्यालय के बाहर धरना देने का किया ऐलान

देहरादून । उधमसिंह नगर जनपद की किच्छा विधान सभा के विधायक राजेश शुक्ला ने स्वास्थ्य महकमें की पोल खोलते हुए रुद्रपुर जिला अस्पताल पहुँच कर धरना देकर ऐलान किया कि यदि बीपीएल परिवार की महिला जिसने इलाज न मिलने पर दम तोड़ दिया, यदि अगर लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई न कि गयी तो वह एक हफ्ते के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर धरना देंगे, मानवीय पहलू पर गौर फरमाते हुए राजेश शुक्ला ने रूद्रपुर जिला अस्पताल के गेट पर धरना दे हुए आक्रमक भी दिखायी दिए।उन्होंने सीएमओ को लापरवाही के लिए खूब फटकार भी इस दौरान लगाई,लेकिन सीएमओ साहब लापरवाही पर विधायक के आगे हाथ जोड़े ही रह गए ।प्रशासन  की ओर से एडीएम धरना स्थल पर पहुँचे और विधायक शुक्ला को एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।वही विधायक ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि वह कार्यवाही न होने पर सीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे।

क्या है पूरा मामला समझिए

दअसल रुद्रपुर किच्छा के भंगा क्षेत्र की रहने वाली पार्वती की अचानक प्लेटलेट्स कम हो जाने के कारण जब उसे किच्छा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया तो वहां से उसको रुद्रपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, वही रुद्रपुर अस्पताल के डॉक्टर विधायक राजेश शुक्ला के द्वारा कहने के बावजूद अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती नहीं किया गया,और यहां से मेडिसिटी रेफर कर दिया गया । मेडिसिटी में जॉब एडवांस पैसे मांगे गए तो पार्वती के परिवार के पास पैसे ना होने के चलते उसे मेडिसिटी अस्पताल में भी भर्ती ना कर उसे सुशीला तिवारी अस्पताल भेज दिया गया । जब सुशीला तिवारी अस्पताल में पार्वती को विधायक शुक्ला की मदद से पहुंचाया गया तो, वहां से भी पार्वती वापस भेज दिया और जब रुद्रपुर अस्पताल लेकर आए तो यहां भर्ती करने के दौरान पार्वती की मौत हो गई। किच्छा भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने सरकार को बदनाम करने की नियत से काम करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि इस मामले की जाँच होनी चाहिए। प्रशासन ने उन्हें एक सप्ताह के भीतर इस प्रकरण की जाँच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।यदि प्रशासन कार्यवाही नही करता है तो एक सप्ताह के बाद वह अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर धरना देंगे।

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