उत्तराखंड से बड़ी खबर

सीएम धामी लिए योगी ने किया प्रचार,चम्पावत के विकास को लेकर कही बड़ी बातें

देहरादून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उत्तराखंड के टनकपुर में कहा कि राज्य की जनता को विकास की धारा से जुड़ने के लिये तैयार रहना चाहिए। प्रदेश का विकास प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व एवं विजन से संभव है। प्रधानमंत्री की अगुवाई में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है बदरी-केदार और चारधाम इसके गवाह हैं।  योगी आदित्यनाथ चंपावत के टनकपुर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समर्थन में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जनसभा को संबोधित करने से पहले लगभग पौने घंटा तक रोड शो में भाग लिया।

उन्होंने इस मौके पर कहा कि प्रदेश की जनता को लंबी लड़ाई के लिये तैयार रहना चाहिए। प्रदेश का विकास प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व एवं विजन से संभव है और जनता को विकास की धारा के साथ जुड़ना चाहिए। योगी ने कहा कि चारधाम यात्रा इसकी गवाह हैं। यहां प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं और अभिभूत होकर वापस लौट रहे हैं। किसी ने भी भीषण आपदा के बाद कभी सोचा नहीं था कि बाबा केदार की भूमि इस रूप में दर्शन को सुलभ हो सकेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने यह सब संभव कर दिखाया और प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी ने केदार बाबा की भूमि को श्रद्धालुओं के दर्शन को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं लेकिन नेतृत्व की कमी रही है। अब प्रदेश को पुष्कर सिंह धामी के रूप में युवा व यशस्वी नेतृत्व मिल गया है। उनके नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास करेगा। उन्होंने कहा कि चंपावत की विकास यात्रा को 25 साल पूरे हो गये हैं।

चंपावत जनपद 1997 में अस्तित्व में आया था। यहां की जनता ने जो सपने देखे हैं। वह सब पूरे होने वाले हैं। चंपावत की जनता को सिफर् विधायक नहीं मुख्यमंत्री चुनने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि ऐसे अवसर को चूकना नहीं चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कहावत के अनुसार प्यासा कुएं के पास जाता है लेकिन यहां प्यासे के पास मुख्यमंत्री के रूप में खुद कुआं आया है। चंपावत की जनता के लिये यह अवसर है। चंपावत से पूरे प्रदेश में विकास की धारा बहेगी और प्रदेश का विकास संभव होगा। इसका श्रेय चंपावत की जनता को मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि चंपावत की भूमि पवित्र भूमि है और इसका पौराणिक इतिहास रहा है। यहां भगवान विष्णु का कुंभ अवतार हुआ है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता से गुरु नानक देव जी व विवेकानंद जी का यहां विशेष लगाव रहा है।

मां पूर्णागिरी, गोल्ज्यू, बाबा गोरखनाथ के अलावा अन्य पुण्य धाम यहां मौजूद हैं। सरस्वती के रूप में मां शारदा यहां बहती है। श्री योगी ने लोगों को याद दिलाया कि वह भी उत्तराखंड में जन्मे हैं और कई वर्षों बाद उन्हें कुछ दिन पहले अपनी मातृभूमि में आने का सौभाग्य मिला। वह तीन दिन के प्रवास पर आये थे और उनकी यात्रा सुखद रही। काफी कुछ बदलाव दिखायी दिया। जब वे शिक्षा ग्रहण करते थे तब उनके क्षेत्र में पानी, सड़क व स्वास्थ्य जैसी आधारभूत सुविधायें मौजूद नहीं थीं। उन्होंने यह भी कहा कि युवा व यशस्वी नेतृत्व से प्रदेश का विकास संभव होगा। यशस्वी नेतृत्व के बल पर ही उप्र के अयोध्या में श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण हो पाया। काशी विश्वनाथ का अलौकिक स्वरूप सामने आ पाया। मथुरा एवं वृंदावन भी महकने लगे हैं। उन्होंने कहा कि व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के चलते वह विधानसभा चुनाव में खटीमा नहीं आ पाये। इसका उन्हें मलाल है। पाटर्ी की ओर से उनके कार्यक्रम कोटद्वार और टिहरी में लगा दिए गए।

 

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