भर्ती परीक्षा के नाम पर युवाओं के साथ लगातार हो रहा है धोखा,NEET के पेपर लीक होने की ख़बरें दुर्भाग्यपूर्ण – गरिमा
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता और उत्तरप्रदेश की मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा सरकार पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। दसोनी ने कहा की पिछले दिनों जिस तरह से बिहार में NEET के पेपर लीक होने की ख़बरें सामने आई हैं वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। इस परीक्षा के लिए देश भर के 24 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया ,एक झटके में उनके सपने तार तार हो गए। इसके अलावे राजस्थान के सवाए माधोपुर से परीक्षा केंद्रों पर NEET परीक्षा के प्रश्नपत्रों के गलत सेट बांटे जाने की भी शिकायतें आई हैं,जो बहुत ही निंदनीय है।
दसोनी ने कहा की पिछले 7 वर्षों में, 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं। ऐसा होने से 2 करोड़ से अधिक युवाओं का भविष्य बर्बाद हुआ है। कई राज्यों में पेपर लीक को लेकर कानून होने के बावजूद पेपर लीक हो रहे हैं। दसोनी ने कहा की उत्तराखंड में भर्ती घोटाले अब आम बात हो गई है।
बीते कुछ वर्षों में उत्तराखंड के युवा बड़े पैमाने पर पेपर लीक होने से सरकार के प्रति उदासीन हो गए हैं।पिछले कुछ सालों में 12 परीक्षाएं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की और 4 लोकसेवा आयोग की परीक्षाएं घोटाले की भेंट चढ़ चुकी हैं, जिसमें मुख्यतः पटवारी भर्ती परीक्षा वन दरोगा भर्ती परीक्षा इत्यादि है।
दसोनी ने कहा की वे युवा जो इन परीक्षाओं की तैयारी में वर्षों गंवा देते हैं, और बेहतर भविष्य की आशा के लिए समय और पैसा ख़र्च करते हैं, उनके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पेपर लीक न हों।
अभी हाल ही में इन्टरनेंशनल लेबर आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट आई है जिसमें यह पता चला कि भारत में जो बेरोजगार हैं उसमें से 83 प्रतिशत युवा हैं और यह उस देश की स्थिति है जहां पर 18 से 35 वर्ष के बीच की 60 प्रतिशत की आबादी युवाओं है और उस आबादी की यह स्थिति है कि वह सबसे भंयकर बेरोजगारी का दंश झेल रहा है। अगर गृह मंत्रालय की रिपोर्ट को देखा जाए तो देश में 2014 से लेकर 2022 तक 95,540 छात्रों ने और 1,16,348 बेरोजगारों ने आत्महत्या कर ली। तो क्या ये माना जाए की अमित शाह गृह मंत्री के तौर पर अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
दसोनी ने कहा की हमारे यहां कोई नया निवेश नहीं हो रहा है इसलिए नये रोजगार सृजित नहीं हो रहे हैं।
गरिमा ने कहा उत्तराखंड में 16, हरियाणा में 28,उत्तर प्रदेश में 12,गुजरात में 2014 के पश्चात सभी भर्ती परीक्षाएं लीक होना सरकार की नीतियों पर सवालिया निशान है। 2014 की तुलना में 62% अधिक बेरोजगार आत्महत्या कर रहे हैं।
देश में जहां जहां भी भाजपा शासित राज्य हैं वहां पर जिस तरह से भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक हुए हैं इससे स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी युवाओं के भविष्य के साथ सिर्फ छलावा कर रही है। देश में 45 सालों में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है । दसोनी ने कहा की कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो न्याय पत्र में युवा न्याय में प्रमुखता से इस बात पर जोर दिया गया है कि केन्द्र में जब कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी तो सबसे पहले कांग्रेस नौकरी परीक्षा के लिए पेपर लीक होने के मामलों का निपटारा करने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करेगी और पीड़ितों को आर्थिक मुआवजा प्रदान करेगी। व्यापक बेरोजगारी के कारण कांग्रेस सभी छात्र शैक्षिक ऋणों के सम्बन्ध में 15 मार्च 2024 तक ब्याज सहित ऋण की देयराशि को माफ करेगी और बैंकों को सरकार के द्वारा प्रतिपूर्ति की जायेगी। कांग्रेस केन्द्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर स्वीकृति लगभग 30 लाख पदों को भरकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करायेगी।