धन सिंह रावत ने दिए निर्देश,विश्वविद्यालय प्रशासन को एनआईआरएफ रैंकिंग की तैयारी और नैक मूल्यांकन कराने के निर्देश
देहरादून । उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज दून विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। बैठक में डॉ रावत ने विवि प्रशासन और कार्यदायी संस्थाओं को तय समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश । विभागीय मंत्री डॉ रावत ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एनआईआरएफ रैंकिंग की तैयारी और नैक मूल्यांकन कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को केंद्रीय पुस्तकालय एवं विज्ञान प्रयोगशालाओं के लिए शीघ्र धनराशि दी जाएगी। दून विश्वविद्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में डॉ रावत ने नित्यानंद हिमालयन शोध संस्थान और महिला छात्रावास के निर्माण कार्यों की समीक्षा की जानकारी ली। जिस पर ब्रिडकुल के परियोजना प्रबंधक ने बताया कि करीब 20 करोड़ की लागत से बनने वाले नित्यानंद हिमालयी शोध केंद्र में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है जिसे 15 जून तक पूरा कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय में पुनर्निर्माण/उच्चीकरण तथा नई सुविधा के तहत पार्किंग, लॉन, रिमोट सेंसिंग जीआईएस लैब में सॉफ्टवेयर इस्टालेशन का कार्य पूरा हो चुका है इसमें लिफ्ट, गेस्ट हाउस, लाइब्रेरी और लैब का कार्य प्रगति पर है। विश्वविद्यालय के गेट का निर्माण का कर 39 जून तक कर दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के अधिकारियों ने बताया कि निर्माणाधीन महिला छात्रवास का निर्माणकार्य आगामी 31 जुलाई तक पूर्ण कर दिया जाएगा। रुसा के कार्यो की समीक्षा के दौरान नोडल अधिकारी डॉ ए एस उनियाल में बताया कि 141 करोड़ का उपयोगिता प्रमाण पत्र भारत सरकार को भेज दिया गया है। जबकि दून विवि को रुसा का अंतर्गत 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गए थे जिसमें से 19 करोड़ 43 लाख 56 हजार रुपये विवि की प्राप्त हुए थे जिसमें से लगभग 17 करोड़ रुपये खर्च कर लिये गए हैं। जीके तहत 7 करोड़ की लागत से प्रयोगशाला भवन तैयार किया गया। लगभग 6 करोड़ 50 लाख रुपये परिसर सौन्दर्यकरण, लाईब्रेरी ऑटोमेसन, प्रयोगशालाओं की मरम्मत एवं आधुनिकीकरण, फर्नीचर, खेल सामग्री, सीसीटीवी कैमरे, रिमोट सेंसिंग gis लैब आदि पर खर्च किये जा चुके हैं। जबकि स्कूल ऑफ डिजाइन की सुविधओं सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन, बुक्स और जनरल्स की खरीद तथा स्कूल ऑफ फिजिकल साइंस की सुविधाओं के लिए स्वीकृत रुपये 6 करोड़ की धनराशि में से साढ़े तीन करोड़ खर्च किये जा चुके हैं। समीक्षा बैठक में कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, सलाहकार रुसा प्रो एम एस एम रावत, राज्य नोडल अधिकारी रुसा डॉ ए एस उनियाल, कुलसचिव एम एस मंद्रवाल, प्रो. एच्. सी पुरोहित, डॉ वी के सैनी, वित्त नियंत्रक डी सी लोहनी, ब्रिडकुल एवं यूपी निर्माण निगम के अधिकारी मौजूद रहे।