प्राइवेट स्कूल संचालकों ने सीएम से लगाई गुहार,फीस जमा करने और शिक्षक,कर्मचारियों को वेतन देने के लिए स्कूल कार्यालय खोलने की मांग
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने जहां प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट बंद रखने की आदेश जारी किए हैं, वही देहरादून के कई प्राइवेट स्कूलों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से गुहार लगाई है कि प्राइवेट स्कूलों के कार्यालय खोले जाएं। जिस तरीके से सरकार ने सरकारी कार्यालय खुले हैं,उसी तरह प्राइवेट स्कूलों की कार्यालय सरकार खोल दें,ताकि प्राइवेट स्कूल के कार्यालय में छात्रों की फीस जमा करने के साथ ही शिक्षकों और अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन दे सकें,यदि प्राइवेट स्कूलों के कार्यालय बंद रहेंगे तो फिर प्राइवेट स्कूल कैसे शिक्षकों और कर्मचारियों को सैलरी देंगे। मार्शल स्कूल के चेयरमैन रतनिश जुयाल का कहना है कि वह मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि प्राइवेट स्कूलों के केवल कार्यालय खोलने की अनुमति सरकार को प्रदान करनी चाहिए ताकि प्राइवेट स्कूल छात्रों की फीस जमा करने के साथ ही अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन दे सके। क्योंकि पिछले 1 साल से 50 से 60% अभिभावक ही फीस जमा कर रहे हैं, ऐसे में प्राइवेट स्कूलों के सामने कर्मचारियों और शिक्षकों को फीस देने के लिए बड़ी समस्याएं खड़ी हो रही इसलिए यदि प्राइवेट स्कूलों के कार्यालय खुले नहीं होंगे तो वह सैलरी भी समय से नहीं दे पाएंगे । मार्शल स्कूल के चेयरमैन का कहना है कि यदि मुख्यमंत्री प्राइवेट स्कूल खोलने की अनुमति देते हैं तो वह मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त इसको लेकर करेंगे । क्योंकि इस समय शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन की भी जरूरत है इसलिए अगर कार्यालय खुले नहीं होंगे तो वेतन देने में भी देरी होगी।