सुंदर लाल बहुगुणा के निधन पर सीएम ने दी श्रद्धांजलि,विश्व के लिए बताया अपूरणीय क्षति
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिपको आंदोलन को जन जन का आंदोलन बनाने वाले सुंदरलाल बहुगुणा का निधन न केवल उत्तराखण्ड और भारतवर्ष बल्कि समस्त विश्व के लिये अपूरणीय क्षति है। सामाजिक सराकारों व पर्यावरण के क्षेत्र में आई इस रिक्तता को कभी नहीं भरा जा सकेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें, और शोकाकुल परिजनों को धैर्य व दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
पूर्व सीएम ने भी दी श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रख्यात पर्यावरणविद् और पद्मविभूषण से सम्मानित सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि चिपको आंदोलन को जन जन तक पहुँचाकर सुंदरलाल बहुगुणा ने न केवल उत्तराखंड अपितु देश और दुनिया में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक किया । उनका निधन देश और दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है। भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करने की कामना करता हूँ।
ऋषिकेश एम्स में हुआ निधन
कोविड उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा का निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से लाइफ सपोर्ट पर थे। एम्स के चिकित्सकों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुई थी। उनकी स्थिति कई दिनों से स्थिर बनी हुई थी। पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा का शुक्रवार को दोपहर करीब 12 बजे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में उपचार के दौरान देहांत हो गया। वह डायबिटीज व हाईपरटेंशन के पेशेंट थे और उन्हें कोविड निमोनिया की शिकायत थी। गौरतलब है कि 94 वर्षीय बहुगुणा को कोरोना संक्रमित होने के बाद से बीती 8 मई को एम्स, ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल जी ने बताया कि बहुगुणा को उपचार के दौरान शुक्रवार को निधन हो गया। वह मधुमेह व उच्चरक्तचाप के मरीज थे व पिछले कुछ दिनों से लाइफ सपोर्ट पर थे।