उत्तराखंड से बड़ी खबर,हरिद्वार में भी बनेगा श्रीदेव सुमन विवि का परिसर,सवोच्च अंक वाले छात्रों को मिलेगा श्रीदेव सुमन गोल्ड मेडल
देहरादून। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में कई बैड़े फैसले लिए गए है। आनलाईन हुई कार्यपरिषद की बैठक में 10 फैसलों पर लगी है। जिसमें जनपद टिहरी एवं हरिद्वार में भी विश्वविद्यालय के परिसर बनाए जाने पर सहमति बनी है। गुरूवार को विश्वविद्यालय की पंचम कार्य परिषद की बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० पी०पी०ध्यानी, कुलपति की अध्यक्षता में आनलाईन आयोजित की गयी। जिसमें कई अहम फैसलों पर मुहर लगी जो इस प्रकार है।
1. वृहद छात्रहित में विश्वविद्यालय द्वारा जनपद टिहरी जनपद और हरिद्वार में एक एक परिसर स्थापित किये जाने का अनुमोदन किया गया।
2. विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षान्त समारोह विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में आयोजित करने, पं0 ललित मोहन शर्मा स्नातकोत्तर महाविद्यालय का नाम पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश किये जाने, एवं विश्वविद्यालय में “पं0 ललित मोहन स्मृति व्याख्यान प्रारम्भ किये जाने का अनुमोदन किया गया।
3. स्नातक स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र – छात्राओं को त्रिदेव सुमन गोल्ड मेडल से अंलकृत किये जाने एवं पुरूष्कार राशि स्वरूप 11,000.00 रू0 दिये जाने का अनुमोदन किया गया।
4.विश्वविद्यालय की देहरादून स्थित सहसपुर के स्थान भाऊवाला स्थित 2.00 एकड़ भूमि पर मैदानी
छात्रों की सुगमतापूर्वक कार्य पहुंच हेतु कैम्प कार्यालय कम अतिथि गृह निर्माण किये जाने का अनुमोदन किया गया।
5. विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित स्मृति व्याख्यान (वीसी गब्बर सिंह नेगी स्मृति व्याख्यान,श्रीदेव सुमन स्मृति व्याख्यान एवं पंडित ललित मोहन शर्मा स्मृति व्याख्यान का प्रत्येक वर्ष आयोजन किये जाने का अनुमोदन किया गया।
6. विश्वविद्यालय मुख्यालय के सभागार का नाम प्रथम विश्वयुद्ध के महानायक, विक्टोरिया क्रास
वीसी गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल हाल किये जाने का अनुमोदन किया गया।
7. कार्य परिषद् द्वारा विश्वविद्यालय की सत्र 2020-21 की वार्षिक प्रगति का अनुमोदन किया गया और कोविड 19 संकमण काल में विश्वविद्यालय द्वारा किये गये विशिष्ट कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की गयी।
8. विभिन्न राजकीय एवं निजी महाविद्यालय में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रम की अवधि हेतु
अस्थायी मान्यता, एवं 05 वर्ष की अस्थायी सम्बद्धता पूर्ण कर चुके संस्थानों महाविधलयो को स्थायी सम्बद्धता प्रदान किये जाने हेतु कार्यवाही किये जाने का अनुमोदन किया गया।
9. राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के मध्येनजर व्यापक छात्रहित में कार्य परिषद द्वारा ष्वार्षिक पद्धति” को समाप्त कर इसके स्थान पर सेमस्टर पद्धति लागू करवाये जाने का अनुमोदन कर शासन को अवगत कराने का निर्णय लिया गया।
10. विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव सुधीर बुडाकोटी द्वारा विश्वविद्यालय में किये गये अमर्यादित, कृत्यों पर परिषद द्वारा खेद व्यक्त किया गया।
उक्त निर्णयों के अतिरिक्त विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा समिति, शैक्षिक परिषद एवं वित्त समिति की विभिन्न बैठकों की सम्पूर्ण कार्यवाहियों का परिषद द्वारा अनुमोदन किया गया और किये गये समस्त कार्यों से अवगत होकर परिषद द्वारा सराहना की गयी। कोविड-19 वैश्विक संक्रमण के दृष्टिगत एवं विश्वविद्यालय में मानव संसाधनों की अत्यन्त कमी होने के बाबजूद भी, विश्वविद्यालय द्वारा 82000 छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम घोषित करने, विश्वविद्यालय में 01 घण्टा अतिरिक्त कार्य किये जाने आदि के लिए कार्य परिषद द्वारा विश्वविद्यालय नेतृत्व की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी है। कुलपति की स्पष्ट सोच और पारदर्शी प्रणाली से मा0 परिषद अभिभूत हुई। बैठक में कार्य परिषद के सभी 17 सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें कुलाधिपति नामित सदस्य न्यायमूर्ति (से0नि0) श्री बी0एस0 वर्मा, एयर कॉमोडोर (से0नि0) श्री देवेन्द्र शर्मा, डॉ0 कौशलेन्द्र सिंह भदौरिया, डॉ0 गजेन्द्र सिंह, राज्य सरकार द्वारा नामित सदस्य श्री प्रो० एम०एस०एम0 रावत,पूर्व कुलपति (हे0नं0ब0ग0वि0वि0), श्री दीपेन्द्र चैधरीभा.प्र.से. सचिव, उच्च शिक्षा, डॉ0 पंकज पन्त, प्राचार्य,परिसर ऋषिकेश, डॉ0 आर0के0 गुप्ता, प्राचार्य, परिसर गोपश्वर, प्रो0 संदीप कुमार, प्राचार्य,विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के संकायाध्यक्ष इत्यादि द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक का संचालन कार्य परिषद के सचिव प्रो0 एम0एस0रावत, प्रभारी कुलसचिव द्वारा किया गया।