मुख्यमंत्री से नाराज हरक ने किया खुलासा,सीएम ने किया फोन
देहरादून। उत्तराखंड कि सियासी गलियों में आज यही चर्चा है कि आखिर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने से क्यों इंकार किया है। लेकिन इसके पीछे क्या वजह है,इस पर सभी लोग आपस में चर्चा भी कर रहे है। लेकिन बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराज है,उनकी नाराजगी की सबसे बड़ी वजह यही है कि उनको बिना बताएं हुए कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा गया है। यही वजह है कि हरक सिंह रावत काफी आहत भी इस मामले को लेकर है। वहीं कुछ लोगों का ये मानना भी है कि हरक सिंह रावत की जिम्मेदारी इसलिए कम की गई है,क्योंकि हरक सिंह रावत के श्रम विभाग की साईकिले आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले लोगों को बांट दी गई,जिससे मामले की जांच अब जिला अधिकारी देहरादून के द्धारा की जा रही है। लेकिन गांधीग्राम में 15 सितम्बर से 22 सितम्बर तक आप पार्टी ज्वाइन करने वाले कई लोगों को पार्टी ज्वाइन करने पर साईकिलें बांटे जाने का मामला सुर्खियों में आने के बाद सवालों उठ रहे थे कि आखिर श्रम विभाग के द्धारा श्रमिकों को बांटी जाने वाली साईकिलें आप कार्यकर्ताओं को कैसी बांटी गई है। हालांकि ये अभी जांच का विषय है कि क्या वास्तव में श्रम विभाग के द्धारा बांटी जाने वाली साइकिले आप कार्यकर्ताओं को बांटी गई।
लेबर इंपेक्टर की जांच रिपोर्ट पर हरक का बयान
आप कार्यकर्ताओं को बांटी गई साईकिलों पर श्रम विभाग का लोगो लगाए जाने का मामला जब तूल पकड़ा तो इसका संज्ञान खुद मुख्यमंत्री त्रिवें्रद्र सिंह रावत लिया है। और इस बात का खुलासा खुद श्रममंत्री हरक सिंह रावत ने भी किया हैं। हरक सिंह रावत का कहना है कि जब ये मामला उठा था,तब मुख्यमंत्री ने उन्हे फोन भी किया था और कुछ फोटों भी भेजे थे कि आखिर श्रम विभाग की साईकिले श्रमिकों की बजाय आप कार्यकर्ताओं के पास कैसे पहुंची। हरक सिंह रावत का कहना है कि इस मामले की जांच लेबर इंपेक्टर के द्धारा किया गया,हरक सिंह रावत का कहना है कि श्रम विभाग के इंपेक्टर के द्धारा जांच रिपोट में ये बात सामने आई है कि आप पार्टी के कार्यकर्ताओं को जो साइकिलें बांटी गई उसमें श्रम विभाग का लोगों नहीं था। हालांकि मामले की जांच अब जिला अधिकारी के द्धारा भी की जा रही है। लेकिन कोई पार्टी कोई समान बांटे तो उसका ये मतलब नहीं है कि वह श्रम विभाग का है।