शिक्षा विभाग से बड़ी खबर,सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मिशन कोशिश के साथ,ऑनलाइन और नोटसीट जरिए छात्रों को पढ़ाने के आदेश जारी

देहरादून। उत्तराखंड की सरकारी स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई को लेकर अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक सीमा जौनसारी के द्वारा आदेश जारी किए गए। जिसके तहत कोविड-19 के बचाव के तहत तभी विद्यालय विगत शैक्षिक सत्र से बंद चलें आने की बात कहीं गई है तथा उच्च प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय भी कुछ समय खुलने के पश्चात बंद किए जाने की बात कही गई है। कक्षा 1 से 9 तक के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में रखा गया है, ऐसे में जबकि छात्र छात्राएं पूरे एक शैक्षणिक सत्र में विद्यालय में से बाहर रहे हैं। तथा बिना कक्षा – कक्ष शिक्षण के अगली कक्षाओं में प्रोन्नत हो गए हैं तो यह आवश्यकता महसूस हो रही है कि छात्रों को पिछली कक्षा तथा अगली कक्षा के नए पाठ्यक्रम के उन मूलभूत दक्षतोओं का शिक्षण अनिवार्य रूप से कराया जाए,जो अगली कक्षा के पाठ्यक्रम की दक्षता प्राप्ति के लिए बहुत जरूरी है।

गत वर्ष अध्यापकों द्वारा ऑनलाइन तथा वर्कशीट के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जा रहा है, जो कि अत्यंत सराहनीय विगत। वर्षों में नवीन शैक्षिक सत्र के प्रथम 2 माह में मिशन कोशिश के अंतर्गत पिछली कक्षा के उस मूलभूत संबोधन पर सुधारात्मक शिक्षा कार्य किया जाता रहा है, जो अगली कक्षा के लिए बहुत आवश्यक है। इसी क्रम में इस वर्ष निदेशालय अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण के द्वारा कक्षा 1 से 9 तक के लिए मिशन कोशिश का सेतु पाठ्यक्रम तैयार कर प्रत्येक मुख्य शिक्षा अधिकारी तथा डायट प्रचार्य को इस आशय से ऑनलाइन तथा सीडी के माध्यम से प्रेषित किया गया है। जो कि इस पाठ्यक्रम को सभी विद्यालयों को उपलब्ध कराया जाए, इसके साथ ही कक्षा एक से पांच तक के लिए विशेष ब्रिज कोर्स पाठ्यक्रम तैयार कर समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत इसे मुद्रित करा कर प्रत्येक विद्यालय को उपलब्ध कराया गया है। क्योंकि विद्यालय बंद है तो इस वर्ष में छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षण कार्य किया जाना होगा। अतः आप को निर्देशित किया जाता है कि आप अपने जनपदों में समस्त प्राथमिक उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालय को उक्त पाठ्यक्रम के अनुरूप ही ऑनलाइन शिक्षण कार्य कराने हेतु निर्देशित करें,तथा ऑनलाइन शिक्षण कार्य संभव न हो तो वहां विगत वर्षों की भांति नोटशीट तैयार कर शिक्षण कार्य जारी रखने के लिए शिक्षकों को प्रेरित करें । समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं डाइट प्राचार्य इस संबंध में यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक विद्यालय तथा प्रत्येक अध्यापक को उक्त पाठ्यक्रम उपलब्ध हो जाए। वह अपने जनपद के जिला शिक्षा, अधिकारी खंड शिक्ष अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी फैकल्टी एवं समस्त प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्य के साथ ऑनलाइन बैठक करते हुए उक्त कार्यक्रम को क्रियान्वित करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक माह स्कूल छात्रों की पढाई की प्रगति से भी अवगत कराएंगे।

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