उत्तराखंड शिक्षा विभाग से बड़ी खबर,डिजिटल शिक्षा की गाइड लाईन जारी,3 घण्टे से ज्यादा नहीं होगी ऑनलाइन पढ़ाई
देहरादून । केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 14 जुलाई को ऑनलाइन माध्यम से डिजिटल शिक्षा पर ‘प्रज्ञाता’ (पीआरएजीवाईएटीए) दिशा-निर्देश जारी किए.जिसे उत्तराखंड राज्य ने भी लागू कर दिया है,शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम में इसको लेकर आदेश जारी कर दिए है ।
प्रज्ञाता दिशा-निर्देशों में ऑनलाइन और डिजिटल शिक्षा के आठ चरण, जिनमें योजना, समीक्षा, व्यवस्था, मार्गदर्शन, याक (बात), असाइन, ट्रैक और सराहना शामिल हैं. ये आठ चरण उदाहरणों के साथ चरणबद्ध तरीके से डिजिटल शिक्षा की योजना और कार्यान्वयन का मार्गदर्शन करते हैं. ‘प्रज्ञाता’ दिशा-निर्देश विद्यार्थियों के दृष्टिकोण से विकसित किए गए हैं, जो लॉकडाउन के कारण अभी घरों पर मौजूद छात्रों के लिए ऑनलाइन, मिश्रित या डिजिटल शिक्षा पर केंद्रित हैं. डिजिटल या ऑनलाइन शिक्षा पर जारी ये दिशा-निर्देश शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ऑनलाइन शिक्षा को आगे बढ़ाने की विस्तृत कार्य योजना या संकेत प्रदान करते हैं. विद्यालय प्रमुखों, शिक्षकों, अभिभावकों, शिक्षकों के प्रशिक्षकों और छात्रों सहित हितधारकों के विविध समूहों के लिए ये दिशा-निर्देश प्रासंगिक और उपयोगी होंगे. गाइड लाईन के तहत दिशा-निर्देशों में उन छात्रों के लिए जिनके पास डिजिटल उपकरण हैं और उन छात्रों के लिए भी, जिनके पास डिजिटल उपकरण तक सीमित पहुंच या कोई पहुंच नहीं है, दोनों के लिए, एनसीईआरटी के वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर के उपयोग पर जोर दिया गया है। इसमें स्कूली छात्रों के लिए अधिकतम ऑनलाइन क्लास (Screen Time) की सीमा प्रति दिन तीन घंटे निर्धारित की गई. नर्सरी स्तर की कक्षाओं के लिए बच्चों के माता-पिता को मार्गदर्शन दिया जाएगा. यह क्लास मात्र 30 मिनट का होगा. वहीं कक्षा 1-8 तक के छात्रों को प्रत्येक दिन 30-45 मिनट के अधिकतम 2 क्लासेस लेने होंगे, कक्षा 1- 8 तक के बच्चों के लिए 30-45 मिनट के चार से अधिक क्लासेस नहीं लेने को कहा गया है. वहीं कक्षा 9 से 12 वीं के लिए योजना पर काम किया जा रहा है