उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग से बड़ी खबर,शिक्षक संगठन के साथ शिक्षा मंत्री की बैठक,कई मांगो पर बनी सहमति

देहरादून। शिक्षा मंत्री डा0 धनसिंह रावत ने आज  राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखण्ड की प्रांतीय ,मण्डल एवं जनपद स्तर के सभी पदाधिकारीयों की प्रथम बैठक निदेशालय ननूरखेड़ा में संपन्न हुई। जिसमें कई बिंदु शिक्षक संगठन ने शिक्षा मंत्री के सामने रखें क्या कुछ बिंदु शिक्षा मंत्री के समक्ष शिक्षकों की मांग पूरा करने को लेकर संगठन रखें बिंदुवार इस प्रकार है।

 

1.पुरानी पेंशन योजना का लाभ सभी शिक्षकों को दिए जाने हेतु पुरानी पेंशन योजना को सभी के लिए बहाल किया जाय।

 

 

 

 

2.सहायक अध्यापक से प्रवक्ता पदों पर यथाशीध्र पदोन्नति की कार्यवाही की जाए। इसके अतिरिक्त छात्र हित में सभी रा0उ0मा0वि0 में प्रधानाध्यापक के रिक्त पदों पर यथाशीघ्र पदोन्नति की जाए।

 

 

3.शिक्षक शिक्षा संवर्ग की नियमावली बनाकर शीघ्र गठन किया जाए।

 

4.पूर्व में देय यात्रावकाश पुनः बहाल किया जाए।

5.ऐसे सभी शिक्षकों को जिन्हें रूपये 5400 का ग्रेड पे देय है उन्हें राजपत्रित घोषित किया जाए, जिससे आहरण वितरण की समस्या का समाधान हो सकेगा।

 

 

 

 

6.वन टाईम सेटलमेंट के आधार पर अन्र्तमंडलीय स्थानान्तरण किए जाए तथा एल0टी0 संवर्ग को राज्य संवर्ग घोषित किया जाए।

 

 

7.सप्तम् वेतनमान की राजाज्ञा सं0 290 के प्रस्तर 13 के अनुसार चयन/प्रोन्नत वेतनमान स्वीकृत होने पर एक वेतन वृद्वि का लाभ दिया जाए तथा 6 दिसम्बर 2019 को जारी राजाज्ञा सं0 150 को निरस्त किया जाए।

 

 

8.वरिष्ठ एवं कनिष्ठ शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर किया जाए।

 

 

 

9.अधिक छात्र संख्या वाले राजकीय इण्टर कालेजों में उप प्रधानाचार्य का पद सृजित किया जाए।

 

 

10.शिक्षकों को स्वतः सत्रान्त एवं स्थायीकरण का लाभ दिया जाए।11.पदोन्नति एवं स्थानान्तरण पर अनिवार्य रूप से कांउसलिंग की व्यवस्था की जाए।

 

12.पूर्व की भांति प्रशासनिक पदों पर प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्यों को भी पदोन्नत किए जाने का विकल्प प्रदान किया जाए। जिससे प्रशासनिक अधिकारियों की पूर्ति हो सके।

 

 

 

13.अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को सी0बी0एस0ई0 बोर्ड से हटाकर पुनः उत्तराखण्ड बोर्ड में सम्मिलित किया जाए तथा अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों पर अन्य शिक्षकों के समान नियम लागू किए जाएं। जैंसे- अनिवार्य स्थानान्तरण हेतु चिन्हित शिक्षकों की भांति दुर्गम सेवा का लाभ देना।

 

 

14.महिला शिक्षिकाओं को पूर्व की भांति सी0सी0एल0 का लाभ दिया जाए।15.माता-पिता के निधन पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 15 दिवसीय विशेष पितृ अवकाश दिया जाए।

 

 

16.परिषदीय परीक्षा में कृपांक के आधार पर उत्तीर्ण छात्रों के परीक्षाफल का लाभ शिक्षकों को दिया जाए।

 

 

17. मासिक परीक्षा प्रत्येक माह न करवाकर दो परीक्षाएं अद्र्ववार्षिक परीक्षा से पूर्व तथा दो परीक्षाएं वार्षिक परीक्षा से पूर्व करवाई जाए।

 

18.तदर्थ शिक्षकों को निरन्तर 10 वर्ष की संतोषजनक सेवा पर पूर्व की भांति चयन वेतनमान स्वीकृत किया जाए। 1990 से 1993 तक नियुक्त तदर्थ शिक्षकों की सेवा को जोड़ते हुए ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए।

 

 

19.प्रारम्भिक शिक्षा से समायोजित शिक्षकों की पूर्व की सेवा को जोड़ते हुए राजाज्ञा सं0 463 के अनुसार चयन एवं प्रोन्नत वेतनमान स्वीकृत किया जाए।

 

 

 

20.एक ही पद पर 10 या 20-22 साल कार्य करने के पश्चात् पदोन्नति पाने पर शिक्षकों को चयन, प्रोन्नत वेतनमान में पूर्व पद पर की गई सेवाओं का लाभ दिलवाया जाए।

 

 

21.प्रत्येक विद्यालय में द्वितीय राजभाषा संस्कृत का पद (स0अ0) स्वीकृत किया जाए तथा हाईस्कूल स्तर पर मुख्य विषय के रूप में सम्मिलित किया जाए।

 

 

22.कला, व्यायाम, संस्कृत, वाणिज्य, कृषि एवं संगीत के प्रवक्ता पदों का सृजन किया जाए।

 

 

 

23.प्रधानाचार्य के पदों पर शत-प्रतिशत पदोन्नति की जाए।
24.छात्र संख्या के अनुसार प्रत्येक विद्यालय में पदों का सृजन किया जाए।

 

 

25.शिक्षकों को ए0सी0पी0 का लाभ दिया जाए अन्यथा चयन/प्रोन्नत वेतनमान पदोन्नति के पद वाला स्वीकृत किया जाए।

 

26. प्रत्येक वर्ष शिक्षा सत्र प्रारम्भ होने से पूर्व विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं तथा विज्ञान की पुस्तकें हिन्दी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध कराई जाए। कक्षा 11 एवं 12 के लिए संस्कृत प्रबोधनी, कक्षा 9 व 10 के जिए गृह विज्ञान तथा कक्षा 6-8 के लिए पर्यावरण की पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाएं।

 

 

 

 

 

27.प्रत्येक वर्ष स्थानान्तरण होने से पूर्व विद्यालयों का पूर्व की भांति ए से एफ तक की उपश्रेणियों में कोटिकरण किया जाए तथा विधवा, विधुर, तलाकशुदा एवं एकल दंपति को स्थानान्तरण में सीधी छूट प्रदान की जाए।

 

28.शारीरिक शिक्षा, कला, संगीत को हाईस्कूल स्तर पर मुख्य विषय के रूप में सम्मिलित किया जाए।

 

 

29.गढ़वाल एवं कुमाऊॅ में राजकीय शिक्षक संघ के आवासीय भवन हेतु स्वीकृति प्रदान की जाए।

 

30.राजकीय शिक्षक संघ के सभी स्तर के चुनावों में सभी शिक्षकों को मत देने का अधिकार प्रदान किया जाए।

 

31.राजकीय शिक्षकों की उच्च शिक्षा में पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त किया जाए। 32.शिक्षकों को गैर शैक्षणिक (जैंसे बी.एल.ओ., जनगणना आदि) कार्यों से मुक्त रखा जाए।

 

33.प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में शैक्षणिक कार्यों में गैर सरकारी संगठनों (एन.जी.ओ.) का हस्तक्षेप बंद किया जाए।

 

34.विभागीय सेवा एवं पदोन्नति संबंधी कार्यो हेतु वार्षिक समय सारणी का निर्धारण कर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।

 

35.दिव्यांग शिक्षकों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र, पदोन्नति, एवं सेवा संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु समय-समय पर विभाग व शासन स्तर से निराकरण सुनिश्चित की जाए।

 

 

बताया जा रहा है कि जो मांगे शिक्षक संगठन ने शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के समक्ष रखी है उनमें ज्यादातर बिंदुओं पर शिक्षा मंत्री ने सहमति प्रदान की साथ ही शिक्षा मंत्री का कहना है कि जो मांगे शिक्षक संगठन ने उनके समक्ष रखी है हर महीने उन मांगों को लेकर क्या कुछ समाधान हुआ है इसको लेकर वह हर महीने राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष और महामंत्री के साथ भी बैठक करेंगे तो वहीं शिक्षकों की मांगों किस समाधान को लेकर हर 3 महीने में शिक्षक संगठन के साथ बैठक करेंगे।

 

 

 

बैठक में सचिव शिक्षा, महानेदशक शिक्षा बंसीधर तिवारी,निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसरी, निदेशक प्राथमिक, निदेशक आर्ट,वित्त नियंत्रक ,सभी विभागीय अधिकारी प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ,प्रांतीय महामंत्री रमेश पैन्यूली, उपाध्यक्ष राम कुमार चौधरी,सयुँक्त मंत्री जगदीश बिस्ट,कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह, मीडिया प्रभारी प्रणय बहुगुणा, सोशल मीडिया प्रभारी राजमोहन सिंह, गढ़वाल मण्डल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल,गढ़वाल मण्डल मंत्री हेमंत पैन्यूली,कुमाऊँ मण्डल अध्यक्ष विजय गोस्वामी, मण्डल मंत्री कैलाश डोलिया ,देहरादून अध्यक्ष कुलदीप कंडारी , देहरादून मंत्री अर्जुन सिंह ,रुद्रप्रयाग ज़िला अध्यक् नरेश भट्ट मंत्री आलोक रौथन,जनपद चमोली अध्यक्ष प्रदीप भंडारी, मंत्री प्रकाश चौहान, पौडी ज़िला अध्यक्ष बलराज गुसाईं , मंत्री बीजेंद्र नेगी ,टिहरी ज़िला अध्यक्ष दिलबर रावत मंत्री बुद्धि भट्ट,हरिद्वार ज़िला अध्यक्ष हरेंद्र सैनी, मंत्री रवींद्र रौड़,ऊधम सिंह नगर अध्यक्ष दीपक शर्मा ,मंत्री राजकुमुद पाठक,पिथौरागढ़ ज़िला मंत्री प्रवीण रावल ,चम्पावत ज़िला अध्यक्ष जगदीश अधिकारी मंत्री इंदीवर जोशी,नैनीताल ज़िला अध्यक्ष विवेक पांडेय मंत्री नमिता पाठक,अलमोड़ा ज़िला अध्यक्ष भारतेन्दु जोशी,मंत्रीभूपाल सिंह,बागेश्वर ज़िला अध्यक्ष गोपाल पंत मंत्री गोपाल मेहता, उपस्थित रहे।रमेश पैन्यूली, उपाध्यक्ष राम कुमार चौधरी,सयुँक्त मंत्री जगदीश बिस्ट,कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह, मीडिया प्रभारी प्रणय बहुगुणा, सोशल मीडिया प्रभारी राजमोहन सिंह, गढ़वाल मण्डल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल,गढ़वाल मण्डल मंत्री हेमंत पैन्यूली,कुमाऊँ मण्डल अध्यक्ष विजय गोस्वामी, मण्डल मंत्री कैलाश डोलिया ,देहरादून अध्यक्ष कुलदीप कंडारी , देहरादून मंत्री अर्जुन सिंह ,रुद्रप्रयाग मंत्री आलोक रौथन,जनपद चमोली अध्यक्ष प्रदीप भंडारी, मंत्री प्रकाश चौहान, पौडी ज़िला अध्यक्ष बलराज गुसाईं , मंत्री बीजेंद्र नेगी ,टिहरी ज़िला अध्यक्ष दिलबर रावत मंत्री बुद्धि भट्ट,हरिद्वार ज़िला अध्यक्ष हरेंद्र सैनी, मंत्री रवींद्र रौड़,ऊधम सिंह नगर अध्यक्ष दीपक शर्मा ,मंत्री राजकुमुद पाठक,पिथौरागढ़ ज़िला मंत्री प्रवीण रावल ,चम्पावत ज़िला अध्यक्ष जगदीश अधिकारी मंत्री इंदीवर जोशी,नैनीताल ज़िला अध्यक्ष विवेक पांडेय मंत्री नमिता पाठक,अलमोड़ा ज़िला अध्यक्ष भारतेन्दु जोशी मौजूद थे।

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