उत्तराखंड शिक्षा विभाग से बड़ी खबर,कैबिनेट मंत्री यतिश्वरानंद के निर्देश पर शिक्षा विभाग में हुआ शिक्षक का समायोजन

देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में भले ही तबादलों पर रोक हो और तबादला एक्ट के तहत तबादला सत्र शून्य है,लेकिन पिछले कई दिनों में कई शिक्षकों के तबादले शिक्षा विभाग में मनचाही जगह राजनीतिक पहुंच के चलते हुए हैं, वहीं शिक्षा विभाग में एक और तबादला हुआ है, जिसको लेकर शिक्षकों के बीच काफी चर्चा है। चर्चा यहां तक है कि कैबिनेट मंत्री यतिस्वरानंद के निर्देश पर तबादला हुआ है । लेकिन यह तबादला कई माईने में सही भी बताया जा रहा है। क्योंकि व्यायाम शिक्षक वीरेंद्र कुमार अरोरा को राजकीय इंटर कॉलेज भेल रुड़की हरिद्वार में समायोजन किया गया है, जो अभी तक राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय खड़खड़ी बहादराबाद हरिद्वार में थे। यह तबादला इसलिए सही बताया जा रहा है क्योंकि व्यायाम शिक्षक वीरेंद्र कुमार महिला शाखा के तहत राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे थे जो कि तर्कसंगत नहीं था. क्योंकि राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालयों में महिला शिक्षकों की ही तैनाती होती है इसलिए वीरेंद्र कुमार का आसानी से सामान्य शाखा के तहत तबादला भी हो गया।

यह अच्छी बात जरूर है कि शिक्षक को महिला शाखा से सामान्य शाखा में लाया गया है लेकिन सवाल इस बात को लेकर है कि क्या शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नजर में यह मामला पहले नहीं था कि महिला शाखा के अंतर्गत कन्या स्कूल में विरेंद्र कुमार व्यायाम शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं यह शिक्षा विभाग पर भी बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। वही बताया जा रहा है कि कई कन्या पाठ शालाओं में सामान्य शाखा के शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं जो कि बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है लेकिन शिक्षा विभाग ऐसे मामलों पर आंखें मूंदे बैठा है। जो तबादला वीरेंद्र कुमार कब हुआ है वह भी कैबिनेट मंत्री यतिस्वरानंद के कहने पर ही हुआ है जिससे यह साबित होता है कि शिक्षा विभाग के आंखों पर जो पट्टी बनी हुई है उसे कैबिनेट मंत्री यतिस्वरानंद खोलने का काम किया है। वहीं गढ़वाल मंडल के अपर निदेशक महावीर सिंह बिष्ट का कहना है कि विरेंद्र कुमार अरोरा का ट्रांसफर इसलिए वह है क्योंकि वह महिला शाखा में सेवाएं दे रहे थे जोकि तर्कसंगत नहीं था जहां तक कन्या पाठशाला ओं में सामान्य शाखा के शिक्षकों की सेवा देने का मामला है तो इसको लेकर वह जानकारी जुटाई के आखिर कितने कन्या पाठशाला में सामान्य शाखा के शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं।

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