भ्रष्टाचार के मामले पर भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र,आरोप सही न पाए जाने पर राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान
देहरादून। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन के बाहर भाजपा विधायक पूरन फर्त्याल का गुस्सा फूट पड़ा। उनका आरोप है कि सदन में उनका सवाल अल्प सूचित में नहीं लगाया जा रहा है। तीन दिन से वह टनकपुर जौलजीबी मार्ग पर हुए घोटाले को लेकर सदन में अपना सवाल लगा रहे हैं लेकिन, अबतक उनके सवाल पर चर्चा नहीं हुई है। पूरन फर्त्याल ने विधानसभा सत्र के बाहर मीडिया से बातचीत कर कहा कि तीन दिन से लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ सवाल लगाने के बाद भी उनके सवालों के जवाब नहीं मिल पाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके द्वारा लगाए गए आरोप सही नहीं पाए गये तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। जौलजीबी मार्ग को लेकर लंबे समय से अलग-अलग मंच पर अपनी बात को उठा रहे भाजपा विधायक पूरन फर्त्याल इस शीतकालीन सत्र में भी अपने सवाल को लेकर मुखर हैं। दरअसल, पूरन फर्त्याल का आरोप है कि पिछली कांग्रेस सरकार (वर्ष 2014-15) में जौलजीबी राजमार्ग पर 90 करोड़ की लागत से केवल 23.5 किलोमीटर सड़क का कटान किया गया। जोकि पूरी तरह से अनियमितता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि सड़क के कटान के लिए औने-पौने दामों पर यह काम किया गया है। जोकि जांच में स्पष्ट हो जाएगा। पूरन सिंह फर्त्याल नेेे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को पत्र भेजकर मामले की जांच करने की भी मांग की है।