हरीश रावत के उपवास पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का पलटवार,उपवास के बजाए पश्चाताप करे हरीश रावत

देहरादून।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा की सचिवालय खुलने के मुद्दे पर उपवास् की धमकी देने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत को अब पश्चाताप करना चाहिए। उन्होंने कहा की कोविड की गाइड लाइन के तहत राज्य के महत्वपूर्ण ऑफिस और प्रतिष्ठानों में सोशल डिस्टेन्स के तहत कार्य किया जा रहा है, इसलिए इस पर राजनीति नही होनी चाहिए। बेहतर होता कि रावत अपने कार्यकाल में घपले घोटालो से राज्य की आर्थिक हालात को चौपट करने की आत्मग्लानि और पश्चाताप के लिए धरने पर बैठते। उन्होंने कहा क़ि भाजपा शासन में आम फरियादियो के लिए मुख्यमंत्री, मंत्री, तथा जिम्मेदार अधिकारियो के दरवाजे हमेशा खुले है साथ ही आवश्यक कार्यों के लिए सचिवालय में भी आम आदमी को पास दिए जारहे है । भगत ने कहा कि मुख्यमंन्त्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व प्रदेश में ईमानदार व जीरोटोलरैंस की सरकार शुरुआत से ही प्रदेश में सुशासन और पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है इसी के चलते दलाल और बिचौलिये अब परेशान है। पूर्ववर्ती सरकार के समय दलाल बैखोफ सचिवालय, विधानसभा में आवाजाही करते रहे है और नौजवानों के साथ ठगी के कई मामले सामने आये है। इसके अलावा ट्रान्सफर पोस्टिंग के धंधे पर भी रोक लगी है। भाजपा ने किसान, खेती, बागवानी और युवाओ के हित में कई क्रांतिकारी निर्णय लिए जो कि राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

हरीश रावत ने कहा आप आदमी के लिए नहीं खुलेगा सचिवालय तो करूंगा उपवास

आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सचिवालय में आम आदमी की एंट्री ना होने को लेकर उपवास पर बैठने की बात कही है हरीश रावत का कहना है कि सचिवालय में यदि किसी आम आदमी को अपने काम से जाना पड़ रहा है तो उसे वापस लौटाया जा रहा है उन्हें भी कई फोन सचिवालय में एंट्री दिलाने के लिए आते हैं इसलिए वह सरकार से कहना चाहते हैं कि यदि आम आदमी की एंट्री सचिवालय में नहीं होती है तो वह उपवास कर सरकार से मांग करेंगे कि सचिवालय में आम आदमी की एंट्री हो हरीश रावत का कहना है कि अधिकारियों की मनमानी के चलते ऐसा हुआ है, न जाने अधिकारियों को किस बात का डर है कि वह आम जनता से डर रहे हो और आम आदमी की एंट्री सचिवालय में बंद कर दी गई है दरवाजे बंद करने से कोरोनावायरस रुकता है हरीश रावत ने सवाल भी किया है।

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