मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की सीएम ने की समीक्षा,26 स्वरोजगार प्रेरक तैनाथ करने के निर्देश,ऑफलाइन भी आवेदन करने की कही बात

देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय से सभी जिलों के जिला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की समीक्षा बैठक विडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से की है। मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों को निर्देश देेते हुए कहा है कि योजना के तहत उसी को योजना का लाभ अभी दिया जाएं जिसके पास रोजगार नहीं है। साथ ही सभी जिलों में दो स्वरोजगार प्रेरक नियुक्त करने की बात भी कही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि अभी तक करीब 7 हजार आॅनलाइन आवेदन युवाओं के द्धारा कर लिए गए है। प्रदेश में नेटवर्किंग की परेशानी को देखते हुए आॅफ लाईन आवेदन करने के लिए भी जिला अधिकारियों को कहा गया है।

होप पोर्टल पर स्वरोजगार योजनाओं को अपलोड करे

मुख्यमंत्री ने कहा कि होप पोर्टल पर स्वरोजगार की सभी योजनाओं की सूचना अपलोड की जाए। एक प्लेटफार्म पर आने से लोगों को इन योजनाओं की जानकारी मिल पाएगी और इसका लाभ उठा सकेंगे। जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए।

प्रत्येक जिले में दो-दो स्वरोजगार प्रेरक

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है हर बेरोजगार साथी अपना रोजगार प्रारम्भ कर सके। लोगों को स्वरोजगार के लिए पे्ररित करने के लिए प्रत्येक जिले में एक महिला और एक पुरूष स्वरोजगार प्रेरक तैनात किए जाएंगे।

किसानो के उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अपने उत्पादों की बिक्री के लिए निश्चिंत होना चाहिए। उनके उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था पर काम किया जाए। हाॅर्टीकल्चर, पाॅल्ट्री, मत्स्य, बकरी और भेड़पालन लाभदायक हो सकते हैं। इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोशिश की जाए कि अदरक, हल्दी आदि के बीज मांग के अनुरूप स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हों। किसानों को उन्नतशील खेती का प्रशिक्षण बंद कमरों तक ही सीमित न रहे, यह प्रशिक्षण का लाभ खेतों तक पहुंचे। कृषि विज्ञान केंद्रों का अधिकाधिक उपयोग हो।  

लाभकारी प्रोजेक्ट पर संबंधित विभाग गाइडलाइन तैयार करें

आवेदकों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए सारी जानकारी दें। इसमें ऑफलाईन आवेदन की भी व्यवस्था हो। विभिन्न व्यवसायों के प्रोजेक्ट किस प्रकार लाभकारी हो सकते हैं, इसके लिये संबंधित विभाग गाइडलाइन तैयार करें। जिला रोजगार समितियां आवेदकों की काउंसिलिंग भी करें। डीएम हर जिले में कुछ माॅडल प्रोजेक्ट स्थापित करें। बैंकों से समन्वय स्थापित किया जाए और ऋण प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं का निस्तारण तुरंत किया जाए।

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में ट्रेडिंग भी शामिल

अपर मुख्य सचिव  मनीषा पंवार ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में विनिर्माण व सेवा क्षेत्र के साथ ट्रेडिंग को भी लिया गया है। योजना की वेबसाइट पर माॅडल प्रोजेक्ट अपलोड किए गए हैं। प्रोजेक्टों की डीपीआर के स्टैंडर्ड फार्मेट भी उपलब्ध कराए गए हैं। वेबसाइट लांच करने के कुछ ही दिनों में काफी लोगों ने आवेदन किया है।

 

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