सीएम आवास में कांग्रेसी नेताओं को मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए रोका गया,कांग्रेस ने की निंदा,लोककतंत्र को बताया खतरा
देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात के लिए गए कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल को आज उस समय निराशा हाथ लगी जब मुख्यमंत्री आवास ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने के लिए यह कहकर रोक दिया गया कि कोरोनावायरस महामारी और लॉक डाउन को देखते हुए कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में ज्यादा लोग मौजूद हैं । जिसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगा दिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास से यदि उन्हें पहले ही सीमित लोगों की संख्या में मिलने के लिए कह दिया गया होता तो वह जिन समस्याओं को लेकर प्रदेश की गए थे वह सीमित संख्या में ही जाते लेकिन 8 लोगों के प्रतिनिधिमंडल में भी मिलने नहीं दिया गया,जोकि एक तरफ से लोकतंत्र की हत्या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि राजनीति में पद आते और जाते रहते हैं लेकिन इस तरीके का व्यवहार ठीक नहीं है, वहीं उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के साथ किये गए व्यहवार को लोकतंत्र पर कुठाराघात व अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। धस्माना ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बाकायदा समय ले कर मिलने मुख्यमंत्री आवास गए थे जहां मुख्यमंत्री ने आठ सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल को छोटा कर दो या तीन लोगों से मुलाकात करने के लिए कहा जो सर्वथा अनुचित है। धस्माना ने कहा कि या तो समय देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को ये स्पष्ट कर देना चाहिए था कि मुख्यमंत्री केवल दो तीन लोगों से ही मिलेंगे या जब विपक्ष के वरिष्ठ नेता गण तय समय पर पहुंच गए थे तो सीएम को सोशल डिस्टेंसिन्ग के अनुसार बैठने की व्यवस्था कर प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करनी चाहिए थी। धस्माना ने कहा कि कोरोना संकट के इतने बड़े मसलों पर कांग्रेस जो बात करने जा रही थी शायद उससे घबरा कर सीएम ने यह अविवेकपूर्ण कार्य किया।