कोरोना महामारी का कर्मचारियों पर नहीं कोई प्रभाव,प्रमोशन में आरक्षण कोरोना से बड़ा वायरस – जोशी


देहरादून। पूरे विश्व में कोराना वायरस की जहां दहश्त देखने को मिल रही है वहीं बात अगर उत्तराखंड की करें तो उत्तराखंड सरकार ने भी कारोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। उत्तराखंड सरकार ने कोराना वायरस से बचाव को लेकर कई तरह के दिशा निर्देश जारी किए है। प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों को जहां 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है वहीं सिनेमा घर,जिम स्वीमिंग पूल को भी 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है। प्रदेश में जहां कोराना को लेकर भय का माहौल देखने को मिल रहा है वहीं उत्तराखंड जरनल ओबीसी मोर्चा के अनिश्चितकालीन धरने पर कोराना वायरस को कोई असर पड़ता हुआ नजर नहीं आ रहा है। प्रदेश सरकार जहां लोगों को भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर न जाने की सलाह जनता को दे रही है । वहीं जरनल ओबीसी मोर्चा के कर्मचारी बड़ी तादाद में एकठ्ठा हो कर धरना दे रहे है। जो बिल्कुल में इस समय सहीं नहीं है,लेकिन धरने पर बैठे कर्मचरियों का कहना कि जब तक सरकार उनकी मांग को नहीं मानती है वह धरने से पिछे हटने वाले नहीं है।

कोरोना से बड़ा जहर प्रमोशन में आरक्षण का जहर हैं

प्रमोशन में आरक्षण खत्म किए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे कर्मचारी कोराना से बचाव को लेकर धरना स्थल पर कुछ हद सतर्कता बरतें हुए है,धरने पर बैठे कर्मचारी मासक लगाकर भी धरना दे रहे है, वहीं सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल कर रहे। लेकिन इन सबके बीच जरनल ओबीसी मार्चाे के अध्यक्ष दीपक जोशी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कारोना से बड़ा जहर प्रमोशन में आरक्षण का है जिससे खत्म किया जाना बेहद जरूरी है। इसलिए वह प्रदेश सरकार से मांग करते है कि जिस तरह से कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार काम कर रहीे ठीक उसी तहर प्रमोशन में आरक्षण के जहर को भी सरकार खत्त करें।

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