प्रदेश में शैक्षिक गुणवत्ता और अकादमिक अनुसमर्थन को बेहतर बनाने को लेकर मंथन,शिक्षा विभाग की भावी गतिविधियों को लेकर मंथन

देहरादून। प्रदेश में शैक्षिक गुणवत्ता एवं अकादमिक अनुसमर्थन हेतु राज्य स्तर पर डायट्स के गहन अनुश्रवण कार्यक्रम के अन्तर्गत आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान देहरादून में राज्य स्तरीय टीम के द्वारा अनुश्रवण शुरू हो गया है। यह अनुश्रवण कार्य राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड की सात सदस्यीय टीम के द्वारा बन्दना गर्ब्याल, निदेशक अकादमिक एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड तथा अजय कुमार नौडियाल, अपर निदेशक, एस.सी.ई.आर.टी. उत्तराखण्ड के निर्देशन में किया जा रहा है।

 

 

इसके अन्तर्गत डायट्स के इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षक शिक्षा से सम्बन्धित गतिविधियाँ, मानव संसाधन तथा उसके सशक्तीकरण की स्थिति, अकादमिक कलैण्डर, समग्र शिक्षा के कार्यक्रमों की भौतिक और वित्तीय प्रगति, राज्य सैक्टर के अन्तर्गत स्वीकृत बजट तथा उसका उपयोग, सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस (विषयगत) के कार्यों की प्रगति, डी.एल.एड प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षणार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आयोजित गतिविधियाँ, वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2024-25 का क्रियान्वयन, शोध एवं क्रियात्मक शोध के सम्पादन एवं क्रियान्वयन, विविध प्रकार के कार्यक्रमों के अनुश्रवण की स्थिति, डायट द्वारा प्रारम्भ की गयी बेस्ट प्रक्टिस तथा नवाचार, डायट्स से सम्बन्धित अन्य समस्याओं एवं चुनौतियाँ, टैक्नो फेयर, कौशलम कार्यक्रम, कोडिंग, आर्टिफिशियल इण्टेलीजेन्स, आनन्दम कार्यक्रम, एबेकस कार्यक्रम, निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत एफ.एल.एन., सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण, ई.सी.सी.ई., विभिन्न विषयों में डी.आर.जी. के अन्तर्गत किये गये कार्य आदि का गहन अनुश्रवण किया जायेगा।

 

 राकेश जुगरान, प्राचार्य डायट देहरादून ने डायट में चल रही विभिन्न गतिविधियों तथा नवाचारों को अनुश्रवण टीम के साथ साझा किया। अनुश्रवण टीम की लीडर कंचन देवराड़ी, संयुक्त निदेशक एस.सी.ई.आर.टी. ने समस्त डायट फैकल्टी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की शैक्षिक गुणवत्ता के संवर्धन में डायट्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। डायट जिले का महत्वपूर्ण संसाधन केन्द्र होता है जो शिक्षकों को शैक्षिक नवाचारों तथा नवीन गतिविधियों में प्रशिक्षित करता है। डॉ. कृष्णानन्द बिजल्वाण, सहायक निदेशक ने कहा कि अनुश्रवण के उद्देश्यों पर चर्चा की। अनुश्रवण टीम सदस्यों में संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी, सहायक निदेशक डॉ. कृष्णानन्द बिजल्वाण, कैलाश डंगवाल, डॉ. राकेश चन्द्र गैरोला, डॉ. रंजन कुमार भट्ट, शुभ्रा सिंघल तथा सूर्यकान्त ममगाईं शामिल हैं। अनुश्रवण के दौरान डायट फैकल्टी के रामसिंह चौहान, विपिन भट्ट, डॉ. विजय रावत, टीना मोहन, अरूण थपलियाल, शिशुपाल बिष्ट, प्रियंका तोमर, दीपिका पंवार, हेमलता नौटियाल, सुरेश चंद्र पोखरियाल, प्रणय बहुगुणा, सुरेंद्र दत्त डंगवाल, पल्लवी सहित समस्त संकाय सदस्यों ने सुझाव रखे।

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