करें योग रहे निरोग,इस तरह करें त्रिकोण आसन,और क्या है त्रिकोण आसन के फायदे,जानिए उत्तराखंड की योगा ब्रांड एम्बेसडर से

देहरादून । 21 जून को मनाए जाने वाले योग दिवस को इस बार सादगी के साथ मनाया जाएगा और इस बार लोग घरों में ही योग दिवस मनाएंगे । लेकिन इस बीच हम आपके लिए योग से क्या फायदे हैं और किस तरीके से योग से आप खुद को फिट रख सकते हैं । इसको लेकर रोजाना कुछ आसन आपके लिए लेकर आएंगे जिन आसनो से आप आपको खुद फिट रख सकते, उत्तराखंड की योगा ब्रांड एंबेसडर दिलराज प्रीत कौर के द्वारा इन आसनों को करने की विधि और फायदे बताए गए हैं तो आज हम आपको त्रिकोणासन के बारे में बताते है कि त्रिकोण आसान कैसे किया जाता है और त्रिकोण आसान के क्या फायदे है। इन आसनों को कैसे किया जाता है और क्या इसके फायदे ये दिलराज प्रीत कौर बारीकी से आपको समझा रही है।

त्रिकोणासन करने की विधि (Step by Step Instructions)

योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
दोनों पैरों के बीच में 3.5 से लेकर 4 फीट तक गैप कर लें।

दाहिना पैर 90 डिग्री पर बाहर की ओर हो और बाएं पैर को 15 डिग्री पर रखे।

अपनी दाहिने एड़ी के केंद्र बिंदु को बाएं पैर के आर्च के केंद्र की सीध में रखें।

ध्यान रहे कि आपका पैर जमीन को दबा रहा हो।

शरीर का वजन दोनों पैरों पर एकसमान रूप से पड़ रहा हो।
गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ते जाएं।

सांस छोड़ते हुए शरीर को हिप्स के नीचे से दाहिनी तरफ मोड़ें।

शरीर को मोड़ते समय कमर एकदम सीधी रहेगी।

बाएं हाथ को ऊपर उठाएं और दाहिने हाथ से जमीन को स्पर्श करें।
दोनों हाथ मिलकर एक सीधी लाइन बनाएंगे।

दाहिने हाथ को पिंडली, टखने या जमीन पर टिके दाहिने पैर पर रखें।
हाथ चाहें जहां रहे, लेकिन कमर की साइड नहीं बिगड़नी चाहिए।
बायां हाथ कंधे के ऊपर छत की तरफ खिंचा रहेगा।

सिर को सामान्य स्थिति में बनाए रखें या फिर बायीं तरफ मोड़कर रखें।
आदर्श स्थिति में आपकी दृष्टि बायीं हथेली पर जमी रहेगी।

शरीर बगल की तरफ झुका रहे, न तो आगे और न ही पीछे की ओर।
आपका सीना और पेल्विस चौड़ा और खुला रहना चाहिए।

जितना हो सके स्ट्रेच करें और शरीर को स्थिर बनाए रखने पर फोकस करें।

लंबी और गहरी सांसें लेते रहें।
सांस छोड़ने के साथ ही शरीर को ज्यादा रिलेक्स महसूस करें।
गहरी सांस भीतर खींचते हुए शरीर को ढीला छोड़ दें।

हाथों को साइड्स में ​गिराएं और पैरों को सीधा करें।

अब इसी प्रक्रिया को बाएं पैर के साथ भी दोहराएं।

त्रिकोण आसन करने से क्या – क्या फायदे इसे भी जान लीजिए

▪ये घुटनों, टखने, पैरों, सीने और हाथों को मजबूत बनाता है।
▪ये आसन ग्रोइन, हिप्स, हैमस्ट्रिंग, पिंडली, सीने, स्पाइन और कंधों को स्ट्रेच देता है।
▪ये शारीरिक और मानसिक स्थिरता को बढ़ाने में मदद करता है।
▪ये पाचन सुधारता है और पेट के निचले अंगों को उत्तेजित करता है।
▪ये कमर और साइटिका के दर्द को कम करने में भी मदद करता है।
▪त्रिकोणासन फ्लैट फिट, ऑस्टियोपोरोसिस, गर्दन के दर्द और नपुंसकता को दूर करता है।
▪ये स्ट्रेस को कम करता है और एंग्जाइटी को ठीक करता है।

योग आसन करते समय इन बातो का रखे ध्यान

▪अगर आपको गर्दन में समस्या है तो, ऊपर देखने की बजाय सामने की तरफ देखें।
▪हाई ब्लड प्रेशर के मरीज भी आसन करते हुए नीचे की तरफ देखें।
▪दिल के मरीज हिप्स पर टॉप आर्म रखकर दीवार के सहारे से इस आसन को करें।
▪लो ब्लड प्रेशर, डायरिया और सिरदर्द की समस्या होने पर इस आसन को न करें।
▪शुरुआत में त्रिकोणासन को योग ट्रेनर की देखरेख में ही करें।
▪संतुलन बनने पर आप खुद भी ये आसन कर सकते हैं।

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