बैंकों के निजीकरण को लेकर कर्मचारियों ने खोला मोर्चा,देश के लिए निजीकरण बताया घातक

देहरादून। आल इंडिया नेशनलाइसड बैंक ऑफिसर्स फ़ैडरेशन के बैनर तले दिनांक 15 एवं 16 मार्च 2021 बैंकों की हड़ताल हैं, इस अवसर पर बैंक अधिकारियों ने केनरा बैंक, मुख्य शाखा राजपुर रोड से गाँधी पार्क देहारादून तक शांतिपूर्ण रैली निकाली ओर सभी अधिकारीयो ने नारे लगा कर सरकार की निजीकरण की नीति का विरोध जताया । फेडरेशन के राज्य सचिव इंद्र सिंह परमार ने इस अवसर पर कहा: वर्तमान सरकार ने बजट में सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण की घोषणा की है, जो आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से देश के लिए घातक है । यहा फैसला आम आदमी तक सस्ती एवं सुलभ वित्तीय सेवाओं को पहुंचने में बाधा उत्पन करेगा । राष्ट्रीय बैंको ने पिछले 50 वर्षो में देश के विभिन्न हिस्सों में एक लाख से अधिक शाखाएं खोली है और देश वासियों की सेवा में निरंतर प्रयास रत है।पिछले 50 वर्षो में राष्ट्रीय कृत बैंको ने 100लाख करोड़ के ऋण वितरित कर देश वासियों को लाभान्वित किया है । और वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को पूर्ण करने का हर संभव प्रयास किया है । बैंको के निजीकरण के दुष्प्रभाव जो होंगे , ग्रामीण शाखायो का बंद होना ,कृषि ऋणों में कमी होना छोटे किसानों की कृषि कार्य से बेदखली , छोटे और मध्यम आयकर के उद्योगों / व्यापारियों को ऋण मिलने में कठिनाई । स्थाई नौकरियों पे हमले , नौकरियों पर ठेकदारों का कब्जा एवम् लूट , जनता की बचत पूंजी पर बड़े कॉरपोरेट घरानों का कब्जा और मुनाफाखोरी । ये हम सब का दायित्व है कि देश के महत्वपूर्ण संसाधनों,सार्वजनिक उपक्रमों की रक्षा करे ताकि आने वाली पीढ़ी तक इसकी प्रशंगिकता एवम् लाभप्रद्ता मिलती रहे । सरकार के इस निजीकरण के खिलाफ हमने देशवायपी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कृत बैंक अधिकारी महासंघ ने हड़ताल की । ये हड़ताल १५ मार्च एवम् १६ मार्च २०२१ की है ताकि सार्वजनिक उपक्रमों की प्रासंगिकता बनी रही । सार्वजनिक बेंकों ने हाल ही मे प्रधान मंत्री जन धन योजना, मुद्रा योजना, आवास योजना, अटल पेंशन योजना, सरक्षा बीमा एवं जीवन ज्योति बीमा जैसी योजनाओं को सफल बनाया है। अपने भाषणो मे प्रधान मंत्री स्वयं कई बार सार्वजनिक बेकों की सराहना कर चुके हैं। इसके बावजूद भी निजीकरण की तरफ सरकार का कदम बढ़ाना इन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को निजी हाथों मे देने की एक पहल की तरह देखि जाएगी। निजी क्षेत्र का मुख्य लक्ष्य लाभ अर्जित करना होता है, आने वाले समय मे यही निजी बैंक सभी सेवाओं पर भारिभरकम शुल्क वसूलेगा। इस अवसर पर अखिल भारतीय राष्ट्रकृत बैंक अधिकारी महासंघ उत्तराखंड राज्य के पदाधिकारी , राज्य सचिव इंद्र सिंह परमार, अध्यक्ष दीपक रावत, उपाध्यक्ष, शार्दूल ढोंढीयाल, उपाध्यक्ष श्री शिखर जोशी,उपाध्यक्ष करण सिंह चौहान, एस डी जोशी (क्षेत्रीय सचिव केनरा बेंक ओफिसर्स असोशिएशन), ए एस भाकुनी (क्षेत्रीय सचिव बेंक ऑफ इंडिया) पदाधिकारी मौजूद रहे। पदाधिकारियों मेँ अमित जुयाल, अंकिता कंडारी, अनुज भट्ट , रवीद्र थपलीयाल, प्रशांत रावत, मनीष भर्तवाल, कैलाश शर्मा, मानस बर्थवाल , सुरेश रावत , नीरज शर्मा एवं मोहनसिंह घारिया भी शामिल थे।

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