Exclusive:ऑनलाइन पढ़ाई के मिल रहे है छात्रों में ड्रॉबैक,मनोरोग से ग्रसित हो रहे है छात्र,स्कूल खोलने की उठी मांग
देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने 15 अक्टूबर से स्कूल खोले जाने को लेकर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और अभिभावकों से राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में बने वर्चुअल क्लास रूम के स्टूडियो से संवाद किया । संवाद में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने स्कूल खोलने पर शिक्षकों और अभिभावकों की राय को जाना, इस दौरान शिक्षकों और अभिभावकों ने स्कूल खोले जाने को लेकर सहमति भी दी । वहीं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का कहना है कि जो भी सुझाव शिक्षकों और अभिभावकों से मिले हैं, उन्हें वह 14 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में रखेंगे। ज्यादातर शिक्षक और अभिभावक 10वीं और 12वीं कक्षाओं को शुरू करने को लेकर सुझाव दे रहे हैं।
ऑनलाइन पढ़ाई के मिल रही हैं ड्रॉ बैक
कोराना वायरस महामारी के दौर में छात्रों की पढ़ाई के लिए आॅनलाईन माध्यम ढूंढा गया है। देश भर के साथ उत्तराखंड में भी आॅनलाईन पढाई प्राइ्रवेट स्कूलों के साथ सरकारी स्कूलों में भी अपनाई गई। लेकिन अब जब सरकार स्कूलोें को खोलने को लेेकर तैयारियां चल रही है,और शिक्षकों से राय ली जा रही है कि स्कूलों को खोला जाएं या नहीं तो कई चैकाने वाली बाते भी शिक्षक बता रहे है। शिक्षा मंत्री के साथ आज हुए शिक्षकों के साथ संवाद में पौडी जिले के एक स्कूल के प्राधानाचार्य विमल चंद बहुगुणा ने ऑनलाइन पढ़ाई के ड्रॉ बैक के बारे में शिक्षा मंत्री के साथ संवाद में अपनी राय रखी। प्रधानाचार्य विमल चंद बहुगुणा का कहना था कि ऑनलाइन पढ़ाई के ड्रा बैक देखने को मिल रहे हैं,ऑनलाइन पढ़ाई की जगह छात्र कुछ और ही देख रहे है,जिससे छात्रों में मनोरोग भी देखने को मिल रहा है। इसलिए अब स्कूल खोल देने चाहिए। लेकिन ये वास्तव में चैंकाने वाली बता हैं कि अगर छात्रों पर ऑनलाइन पढ़ाई अगर ड्रॉ बैक देखने को मिल रहा है।