कोविड – 19 के नियमों की अनदेखी को लेकर बड़ी करवाई,मुख्य शिक्षा अधिकारी ने की पीजी कॉलेज की प्रधानाचार्य पर करवाई
देहरादून । उत्तराखंड में कोविड-19 नियमों की अनदेखी करने को लेकर अब तक कई लोगों पर कार्यवाही देखने को मिली है। वहीं उत्तराखंड में ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें केएलडीएवी पीजी कॉलेज की प्रधानाचार्य पर बड़ी कार्रवाई की गई है। करवाई कोविड-19 के नियमों की अनदेखी को लेकर की गई है ।जी हां मामला हरिद्वार जिले का है जहां हरिद्वार जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज के द्वारा केएलडीएवी रुड़की पीजी कॉलेज की प्रधानाचार्य पर कोविड-19 की अनदेखी को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई है और उनका दिसंबर माह का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने के आदेश जारी किए गए हैं। हरिद्वार जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी के द्वारा यह कार्यवाही पीजी कॉलेज की प्रधानाचार्य पर इसलिए की गई है क्योंकि डीएलएड की प्रवेश परीक्षा के लिए आयोजित की गई परीक्षा में केएलडीएवी पीजी कॉलेज की प्रधानाचार्य के द्वारा कोविड 10 के नियमों का अनुपालन परीक्षा केंद्र पर नहीं कराया जा रहा था । कॉलेज गेट पर परीक्षार्थियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया जा रहा था। कॉलेज गेट पर ही कॉलेज के कर्मचारी आईआर थर्मामीटर तथा सैनिटाइज को लेकर उपस्थित तो थे फिर भी अनेक परीक्षार्थी एवं शिक्षक बिना स्क्रीनिंग एवं बिना सैनिटाइजेशन की कॉलेज में प्रवेश कर रहे थे । कॉलेज के अंदर अनेक कर्मचारी,परीक्षक एवं परीक्षार्थी बिना मास्क के ही बैठे थे। कक्ष कक्षाओं में अधिक परीक्षार्थी बिठाया जा रहे थे। जिससे कि कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं हो रहा था, और इसी के चलते हरिद्वार जिले की मुख्य शिक्षा अधिकारी ने यह कार्रवाई की है।
दो और शिक्षकों पर भी कार्रवाई
कोविड-19 के नियमों के पालन की अनदेखी को लेकर जहां पीजी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर यशोदा मित्तल पर कार्यवाही की गई है। वही मुख्य शिक्षा अधिकारी के द्वारा डी एल एड प्रवेश परीक्षा में प्रधानाध्यापक को पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने के बाद भी बिना कारण बताए गायब होने को लेकर कार्यवाही की गई है। राजकीय इंटर कॉलेज उच्च माध्यमिक विद्यालय तांशीपुर के प्रधानाध्यापक अवनींद्र कुमार यादव और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रानीमाजरा के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार शर्मा का वेतन भी अग्रिम आदेशों तक रोकने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी के द्वारा किए गए हैं। आदेश में मुख्य शिक्षा अधिकारी का कहना है कि अवनींद्र कुमार यादव और राकेश कुमार शर्मा को डी एल एड प्रवेश परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था लेकिन दोनों प्रधानाध्यापक बिना कारण बता कर गायब थे इसलिए दोनों शिक्षकों पर भी कार्रवाई की गई है।