मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान,आप पार्टी की सरकार उत्तराखंड में आई तो गेस्ट टीचरों को मिलेगा निमित शिक्षकों के बराबर वेतन

देहरादून । उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर आए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड के आउटसोर्स कर्मचारियों को आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद समान काम समान वेतन की आस जगा दी है। जी हां आउटसोर्स कर्मचारियों के दौरान देव कि बात कार्यक्रम के दौरान मनीष सिसोदिया से आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के नेता के द्वारा समान काम समान वेतन न मिलने की बात कही थी। जिस पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उदाहरण दिया कि दिल्ली में उनकी सरकार है और उनकी सरकार में गेस्ट टीचरों को नियमित शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है। यानी साफ है कि मनीष सिसोदिया ने गेस्ट टीचरों के बहाने ही सही लेकिन उत्तराखंड में काम कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों में उम्मीद जगा दी है कि 2022 में उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की सरकार आती है तो समान काम के बराबर समान वेतन भी मिलेगा। मनीष सिसोदिया का कहना है कि दिल्ली में गेस्ट टीचरों को नियमित शिक्षकों के बराबर वेतन मिलता है। साथ ही मातृत्व अवकाश और अन्य अवकाश का लाभ भी गेस्ट टीचरों को दिल्ली में दिया जा रहा है। मनीष सिसोदिया के इस बयान से साफ है कि यदि उत्तराखंड में 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार आई तो गेस्ट टीचरों के साथ आउटसोर्स कर्मचारियों को समान काम समान वेतन दिया जा सकता है । क्योंकि मनीष सिसोदिया ने गेस्ट टीचरों का उदाहरण देते हुए यह बात कह दी है, मनीष सिसोदिया का कहना है कि जब गेस्ट टीचर एक नियमित शिक्षक के बराबर सारे मानक पूरे कर रहे हैं तो फिर क्यों उन्हें कम वेतन दिया जाए। हालांकि उत्तराखंड सरकार भी गेस्ट टीचरों के मानदेय बढ़ाए जाने को लेकर मंथन कर रही है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय काफी समय पहले कह चुके हैं कि गेस्ट टीचरों का मानदेय बढ़ाने के लिए कैबिनेट में निर्णय लिया जाएगा। उत्तराखंड में अभी गेस्ट टीचरों को 15 हजार रुपये मानदेय मिलता है। लेकिन त्रिवेंद्र सरकार इसे 25000 से या इसके आसपास गेस्ट टीचरों को मानदेय बढ़ाने का तोहफा कभी भी दे सकती है। लेकिन जिस तरीके से मनीष सिसोदिया ने गेस्ट टीचरों को दिल्ली में नियमित शिक्षकों के बराबर वेतन दिए जाने की बात कही है। वह अभी उत्तराखंड में सरकार सोच नहीं रही है लेकिन इतना तय है कि मनीष सिसोदिया के इस बयान के बाद जल्द ही त्रिवेंद्र सरकार गेस्ट टीचरों को तोहफा देते हुए वेतन बढ़ा सकती है। ताकि 2022 के विधानसभा चुनाव में वोट बैंक को देखते हुए इससे प्रभावित किया जाए । हालांकि देखना होगा कि आखिर 2022 से पहले सरकार अगर गेस्ट टीचरों का वेतन बढ़ाती है तो कितना वेतन निर्धारित करती है और या फिर 2022 में गेस्ट टीचरों को आम आदमी पार्टी की सरकार आने का इंतजार रहेगा जो उनका वेतन बढ़ाएगी।

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