कई आम लोगों की न समझ आवारा पशुओं पर पड़ रही भारी,घर – घर कूड़ा उठाने वाली नगर निगम की गाड़ियों के बाद भी सड़क पर फेंक रहे है कूड़ा

देहरादून । उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कई आम लोगों की ना समझ कई आवारा पशुओं पर भारी पड़ रही है। यूं तो कहने को राजधानी देहरादून नगर निगम के अंदर घर-घर कूड़ा उठान को लेकर वाहन जाते हैं,लेकिन इसके बावजूद भी कुछ ना समझ लोग सड़कों पर पॉलिथीन में कूड़ा फेंकने में अपनी दिलचस्पी दिखाते हैं। यहां तक की घर में बचा हुआ खाना भी पॉलिथीन की थैलियों में बंद कर सड़कों के किनारे फेंका जाता है। जिसे आवारा पशु पॉलिथीन सहित उस कूड़े में फेंके हुए खाने को पॉलिथीन के साथ खा जाते हैं। जिससे पॉलिथीन आवारा पशुओं की गले में फंस जाती है,और उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। देहरादून के कारगी चौक से बंजारावाला की तरफ जाने वाली सड़क जहां पर एसबीआई बैंक भी है उसके थोड़े से सामने पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज है जिसके बगल में रोजाना कुछ लोग पॉलिथीन में बचा हुआ खाना और कूड़ा घर से फेंकने के लिए लाते है। जिसकी वजह से कई आवारा पशुओं के लिए भी यह खतरा बन रहा है। जो लोग पॉलिथीन में बचे हुए खाने के साथ कूड़ा फेंक रहे हैं। उन्हें इस बात का एहसास नहीं होगा कि यदि अगर कोई आवारा पशु पॉलिथीन के साथ उस खाने को खा रहा है,तो वह किसी आवारा पशु के लिए मुसीबतें पैदा कर सकता हैं। कुछ हद तक लापरवाही नगर निगम की भी है, कि वह ऐसी जगहों पर साइन बोर्ड नहीं लगाता है। समाजसेवी और स्थानीय निवासी कमल जोशी का कहना है कि नगर निगम को उक्त स्थान पर साइन बोर्ड लगाकर जुर्माने का भी प्रावधान करना चाहिए । ताकि आम लोग सड़क के किनारे उड़ाना फेंके जिससे आवारा पशुओं की जान खतरे में बन जाए। कुछ दिनों से वह देख रहे हैं थे, कि एक गाय जहां पर कूड़ा आम लोग फेंक रहे हैं वह सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रही थी। और वह काफी तकलीफ में थी । इसकी सूचना उन्होंने आज नगर निगम को दी जिसके बाद नगर निगम की टीम गाय को ले गई और उपचार की बात नगर निगम के द्वारा कहीं गई है। पहले भी कई बार उन्होंने इस तरीके से इसी जगह पर इस तरीके से आवारा पशुओं को सांस लेने में दिक्कत महसूस करते हुए देखा है । क्योंकि वह पॉलिथीन खा लेते हैं इसलिए उन्होंने कई बार नगर निगम को इसकी सूचना देकर पशुओं को उपचार के लिए भेजा है। लेकिन वह नगर निगम और स्थानीय पार्षद से भी मांग करते हैं,कि उक्त क्षेत्र में साइन बोर्ड लगाकर जुर्माने का भी प्रावधान करें, ताकि आम लोगों की जो ना समझ है, उसे वह समझ सके साथ ही साइन बोर्ड में उक्त लाइनों को भी लिखा जाए कि उक्त जगह पर कूड़ा फेंकने और पॉलिथीन फेंकने से आवारा पशुओं की जान खतरे में पड़ सकती है,ताकि कुछ हद तक उन ना समझ लोगों की आंखें खुली जो आंख पर पट्टी बांधकर सड़क के किनारे कूड़ा फेंकने का काम कर रहे हैं।

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