मेयर गामा के पोस्टर जनता के लिए बने मुशीबत,मनीष खंडूरी ने मेयर को पढ़ाया अनुशासन का पाठ
देहरादून। नगर का मेयर शहर के प्रथम व्यक्ति को माना जाता है। और प्रथम व्यक्ति होने के नाते एक मेयर की जिम्मेदारी होती है कि वह शहर की जनता का पूरा ख्याल रखे,लेकिन लगता है कि देहरादून के मेयर को अपनी जनता की चिंता ही नहीं है,और न ही उन पर्यटकों की जो राजधानी पहुंचते है। जी हां देहरादून के मेयर पर हम इसलिए सवाल खड़े कर रहे है,क्योंकि देहरादून के मेयर के जन्म दिन की शुभकामनाओं के बैनरों से इन दिन शहर की सड़कों पर लगे साईन बोर्ड जिन पर रोड़ सिंगनल और किलोमीटर अंकित होता है पूरी तरीके से ढके हुए नजर आ रहे है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का समना करना पड़ रहा है। लेकिन न तो देहरादून के मेयर का ध्यान इस पर है कि उनकी वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है और न ही देहरादून नगर निगम का ध्यान इस पर है कि मेयर की शुभकानाओं के अवैध होर्डिग से शहर के सड़कों के साईन बोर्ड ढके हुए है। देहरादून नगर निगम इसलिए ला परवाह बना हुआ है क्योंकि मेयर को शहर वासियों ने जन्म दिन की शुभकामनाएं जो दी है। लेकिन अगर देहरादून के मेयर यदि 1 मिनट भी इस पर आत्म मंथन करें कि क्या ये सही है कि उनकी वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है तो वह उसी समय इन पोस्टरों को हटाने का मिर्णय ले लेंगे।
कांग्रेस नेता मनीष खंडूरी ने बताया नियमों का उल्लंघन
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में यंू तो हर वीआईपी की गाड़ी के साथ बड़े – बडे नेताओं की गाड़ियां रोजना घूमती है,लेकिन किसी ने इस बात का विरोध नहीं किया कि मेयर को जन्म दिन की शुभकामनाओं देना तो ठीक है,लेकिन जो तरीक सड़कों पर लगे साईन बोर्डों को ढककर बधाई देने का वह गलत है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के बेटे और कांग्रेस नेता मनीष खंडूरी ने इसका सीधा विरोध कर दिया है कि जो तरीका मेयर को जन्म दिन की शुभकामना देने का है वह गलत है। मनीष खंडूरी ने शोषल मीडिया पर फोटों डालकर सीधे कहा यह कानून का उल्लघंन है कि साईन बोर्डांे को ढका जा रहा है। उन्होने मेयर सुनील उनियाल गामा और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इसका संज्ञान लेने के लिए कहा है और लिख दिया कि रोड़ सिंगनल से मार्ग दर्शन हो नहीं रहा है मुख्यमंत्री और मेयर ही इस पर मार्गदर्शन कर दें।
पीडब्ल्यूडी ने माना नियमों का उल्लंघन
वहीं जब इस मामले पर हमने पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों से इस सम्बंध में बात की कि क्या यह नियमों का उल्लंघन नहीं है कि सड़कों पर लगे साईन बोर्डो को ढाका जा रहा है तो अधिकारियों ने सीधे तौर से कहा दिया कि यह एनएच एक्ट के नियमों के उल्लंघन में आता है कि सड़क पर लगे साईन बोर्डो को ढाका जाएं। लेकिन देखना ये होगा कि जब देहरादून नगर निगम पर शहर भर में अवैध होर्डिंग को हटाने की जिम्मेदारी है तो फिर देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा के लगे पोस्टर बैनरों को कब हटाया जाता है।