चमोली की दानवीर देवकी की राह चल पड़े रूद्रप्रयाग के नरेंद्र,पीएम और मुख्यमंत्री राहत कोष के साथ जनता पर खर्च कर दिए लाखों रुपये

देहरादून। उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है और उत्तराखंड के वो दानवीर इस देवभूमि के सही माईने इन दिनों परिभाषित भी कर रहे है जो मुश्किल घड़ी में देश के साथ खडे होने के साथ आर्थिक मदद भी कर रहे है। चमोली जिले की देवकी भंडारी की दानवीर की कहानी सबके सामने है। देवकी भण्डारी ने ये सिद्ध कर दिया कि अगर देश मुश्किल हालातों में हो एक उत्तरखंडी अपनी जीवन की पूरी कमाई भी देश हित में दान कर सकते है। देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को जहां उत्तराखंड के जवना न्यौछवर कर देते है,वहीं पूरे विश्व में आपदा जैसी महामारी के दौर में उत्तराखंड के लोग राज्य के साथ देश के साथ खड़े। चमोली जिले की देवकी भंडारी की कहानी के बाद हम रूद्रप्रयाग जिले के नरेंद्र सेमवाल की कहानी बताने जा रहे है,जिन्होने अब तक लाखों रूपये इस महामारी से लड़ने के लिए खर्च कर दिए है। नेरंद्र सेमवाल यूं तो दिल्ली में अपनी कम्पनी चलाते है,लेकिन उनका जो पहा़ड़ प्रेम है वह उन्हे दूवभूमि से दूर नहीें कर पाता है। इसी पे्रम के चलते वह इन दिनों अपने घर यानी रूद्रप्रयाग में भी है। लाॅक डाउन से पहले वह एक वृहृद स्वास्थ कैम्प लगाने के उदेश्य से दिल्ली से घर आएं थे,लेकिन लाॅक डाउन की वजह से कैंप को तो स्थगित कर दिया है । लेकिन फिर भी वह अपने क्षेत्र में गरीब जनता की सेवा इस मुश्किल घड़ी में खाद्य सामग्री और सेनेटाइजर बांट कर कर रहे हे।

सीएम और पीएम राहत कोष में जाम कर चुके है सहायता राशी

नरेंद्र सेमवाल जो योगदान समाज के लिए दे रहे है उसका वह जिक्र भी नहीं करना चाहते है,यही उनकी बड़ी खूबी भी है। लेकिन जब उनके मित्र के द्धारा हमें इस बारे में जानकारी मिली तो हमने उनसे सम्पर्क किया और उनसे बात भी । बात करने के दौराना उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष में उनके द्धारा 2 लाख और पीएम राहत कोष में 1 लाख की सहायात राशी जमा की गई है जबकि लाखों रूपये का सम्मान वह गरीब लोंगो का बांट चुके है। नरेंद्र सेमवाल चाहते यही है कि जो सहायाता उन्होने की है उसका बखान न हो लेकिन हम उनकी कहानी इसलिए बात रहे है ताकि और लोग भी नरेंद्र सेमवाल से प्रेरणा ले और देश सेवा के लिए आगे है। नरेंद्र सेमवाल का कहना है कि लाॅक डाउन के बाद रूद्रप्रयाग में वह हेल्थ कैंप लगाने वाले है। जिसमें अपोला और फोर्टिज जैसे बड़े अस्पतालों के करीब 50 डाॅक्टर उपचार करने रूद्रप्रयाग के कोटेश्वर अस्पताल पहुंचेगी,हेल्थ सेविर में निशुःल्क इलाज के साथ दवाईयां भी निशुःल्क में दी जाएंगी। कुलमिलाकर नरेंद्र सेमवाल की जो सोच है वह उत्तराखंड के साथ देश को खुशाल देखने की है और इसी पर वह काम भी कर रहे है। कोरोना महामारी के बीच नरेंद्र सेमवाल एक दानवीर बनकर उभरे है जो अब तक लाखों रूपये गरीब जनता पर खर्च करने के साथ ही पीएम और सीएम राहत कोष भी सहायता राशी जमा कर चुके है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!